Credit Cards

US Washington DC Shooting: अमेरिका में यहूदी म्यूजियम के बाहर गोलीबारी, इजरायली दूतावास के 2 कर्मचारियों की हत्या

Washington DC Shooting: वाशिंगटन डीसी में यहूदी म्यूजियम के पास इज़रायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना को इज़रायली अधिकारियों ने यहूदी विरोधी आतंकवाद का कृत्य बताया है। म्यूजियम अमेरिका की राजधानी में FBI के क्षेत्रीय कार्यालय से कुछ दूरी पर स्थित है

अपडेटेड May 22, 2025 पर 10:37 AM
Story continues below Advertisement
Washington DC Shooting: गोलीबारी उत्तर पश्चिमी डीसी में स्थित FBI के वाशिंगटन फील्ड ऑफिस से कुछ ही कदम की दूरी पर हुई

Washington DC Shooting: अमेरिका के वाशिंगटन स्थित इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की बुधवार (21 मई) एक यहूदी म्यूजियम के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि दोनों यहूदी म्यूजियम में एक समारोह में गए थे जहां उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर कथित तौर पर फिलिस्तीन को आजाद करने का नारा भी लगा रहे थे। गृह मंत्री क्रिस्टी नोएम ने हत्याकांड की जानकारी दी है।

नोएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में 'कैपिटल यहूदी म्यूजियम' के बाहर हुई गोलीबारी में दो कर्मचारियों के मारे जाने की जानकारी दी। यह म्यूजियम अमेरिका की राजधानी में FBI के क्षेत्रीय कार्यालय से कुछ दूरी पर स्थित है।

अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने कहा कि वह पूर्व जज जीनिन पीरो के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं। पीरो वाशिंगटन में अमेरिकी अटॉर्नी के पद पर कार्यरत हैं। संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने गोलीबारी को यहूदी विरोधी आतंकवाद का घृणित कृत्य करार दिया। पुलिस ने बुधवार देर रात तक गोलीबारी की घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी नहीं दी थी।


डैनन ने X पर एक पोस्ट में कहा, "हमें विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी इस आपराधिक कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। इजरायल दुनिया भर में अपने नागरिकों और प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए दृढ़ता से काम करना जारी रखेगा।"

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या करने के संदिग्ध ने गिरफ्तारी के बाद 'फिलिस्तीन को आजाद करो' के नारे लगाए। फिलहाल, मामले में आगे की जांच जारी है।

इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की है कि उनका देश कुछ दिन में गाजा में नई सहायता प्रणाली लागू करेगा जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना की जा रही है। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल गाजा हमास से मुक्त एक क्षेत्र बनाने की योजना बना रहा है, जहां युद्ध के दौरान विस्थापित हुई आबादी को लाया जाएगा। उन्हें आवश्यक सहायता आपूर्ति की जाएगी।

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को कहा कि वह इस सप्ताह गाजा में पहुंची अत्यंत आवश्यक सहायता को फलस्तीनियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। दरअसल, लूटपाट की आशंका और इजराइली सैन्य प्रतिबंधों के कारण इसमें देरी हुई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बुधवार को इजरायली हमलों में कम से कम 86 लोग मारे गए।

युद्ध विराम वार्ता में कोई प्रगति न होने के बीच नेतन्याहू ने कहा कि वह युद्ध तभी समाप्त करेंगे जब हमास सभी बंधकों को रिहा कर देगा, सत्ता से हटेगा और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा के बाहर क्षेत्र की आबादी को शिफ्ट करने की योजना लागू की जाएगी। फलस्तीनियों और लगभग पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गाजा से फलस्तीनी लोगों को हटाने और क्षेत्र को अमेरिकी नियंत्रण में रखने की ट्रंप की योजना को अस्वीकार कर दिया है।

इजरायल ने लगभग तीन महीने तक सभी खाद्य, दवा, ईंधन और अन्य सामग्रियों की आपूर्ति को रोके रखने के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण दर्जनों सहायता ट्रकों को गाजा में जाने की अनुमति दे दी। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि सोमवार से अब तक आई अधिकतर सामग्री को संयुक्त राष्ट्र के ट्रकों में भर दिया गया है लेकिन उन्हें सीमा पार नहीं ले जाया जा सका।

ये भी पढ़ें- Encounter In Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में एनकाउंटर! कई आतंकवादियों को सुरक्षाकर्मियों ने घेरा, 5 पाकिस्तानी चौकियां तबाह

उन्होंने कहा कि जिस सड़क का इस्तेमाल करने की इजरायली सेना ने उन्हें अनुमति दी है वह बहुत असुरक्षित है। बाद में संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात को एक दर्जन से अधिक ट्रक मध्य गाजा के गोदामों में पहुंच गए। अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी। इजरायल ने कहा कि बुधवार को 100 ट्रक गाजा में प्रवेश कर गए।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।