Trump Lauds PM Modi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (18 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें "शानदार व्यक्ति" बताया। साथ ही ट्रंप ने पुष्टि की है कि दोनों नेताओं ने पिछली रात फोन पर बात की थी। हालांकि, ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर में मध्यस्थता करने का दावा किया। यह बयान तब आया है जब कुछ देर पहले भारत ने कहा था कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद संघर्ष विराम हुआ। ट्रंप की ताजा टिप्पणी पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत के बाद आई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष रोकने में मध्यस्थ की भूमिका निभाने के डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए बुधवार को फोन पर बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा कि भारत और पाकिस्तान ने बिना किसी मध्यस्थता के अपनी सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद पिछले महीने सैन्य कार्रवाई रोकी थी। प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बातचीत के कुछ घंटे बाद ही बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर अपना पुराना दावा दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया था।
वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप से पूछा गया कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की अमेरिका यात्रा के दौरान उन्हें कूटनीतिक रूप से क्या हासिल होने की उम्मीद है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान के बीच युद्ध रोक दिया है। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं, मैंने कल रात उनसे बात की। हम भारत के मोदी के साथ व्यापार समझौता करेंगे।
ट्रंप ने कहा, "मैंने युद्ध (भारत-पाकिस्तान के बीच) रोक दिया। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं। मुझे लगता है कि मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं। मैंने कल रात उनसे बात की। हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक व्यापार समझौता करने जा रहे हैं। मैंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध रोक दिया। इस व्यक्ति (आसिम मुनीर) ने पाकिस्तान की तरफ से और प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की तरफ से इसे रोकने में बहुत प्रभावशाली भूमिका निभाई। दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं। उन्हें रोकना होगा। मैंने दो प्रमुख परमाणु राष्ट्रों के बीच युद्ध रोका।"
भारत ने ट्रंप के दावों को किया खारिज
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को बताया कि ट्रंप के साथ मंगलवार को फोन पर करीब 35 मिनट तक हुई बातचीत में पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता है और न कभी स्वीकार करेगा। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के अनुरोध पर सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच बातचीत शुरू हुई थी। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की सबसे पहले घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति ने 10 मई को की थी। इसके बाद से ट्रंप दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने संघर्ष रोकने पर सहमत न होने पर दोनों देशों के साथ व्यापार रोकने की धमकी देकर संघर्ष विराम समझौते में मध्यस्थता की।
7 से 10 मई के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच हुई सैन्य झड़पों का ज़िक्र प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत के दौरान प्रमुखता से हुआ। मिस्री ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट रूप से बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान किसी भी स्तर पर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते या भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के किसी प्रस्ताव पर कोई चर्चा नहीं हुई।"
मोदी-ट्रंप बातचीत की अहम बातें साझा करते हुए उन्होंने बताया, "सैन्य कार्रवाई को रोकने पर चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे तौर पर दोनों देशों की सेनाओं के मौजूदा संवाद चैनलों के माध्यम से हुई थी और इसकी पहल पाकिस्तान की ओर से की गई थी।" विदेश सचिव ने कहा कि PM मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता है और न ही कभी करेगा। साथ ही कहा कि इस मामले पर भारत में पूरी तरह से राजनीतिक सर्वसम्मति है।