Pakistan Blast: पाकिस्तान में शांति समिति की हो रही थी बैठक, तभी हो गया बम विस्फोट, 7 लोगों की मौत

Pakistan Bomb Blast: अस्पताल प्रशासन के अनुसार, विस्फोट के बाद 16 घायलों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से सात ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब तक किसी भी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि बम ने शांति समिति के कार्यालय को निशाना बनाया, जो सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान तालिबान का विरोध करती है

अपडेटेड Apr 28, 2025 पर 5:20 PM
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Pakistan Bomb Blast: विस्फोट इतना भीषण था कि शांति समिति कार्यालय की इमारत नष्ट हो गई (फाइल फोटो)

Pakistan Bomb Blast: पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम में स्थित पाकिस्तानी तालिबान के पूर्व गढ़ में सरकार समर्थक शांति समिति के कार्यालय के बाहर सोमवार (28 अप्रैल) को एक शक्तिशाली बम विस्फोट हो गया। इस धमाके में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। जबकि 9 अन्य घायल हो गए। स्थानीय पुलिस प्रमुख उस्मान वजीर ने बताया कि यह हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दक्षिण वजीरिस्तान जिले के मुख्य शहर वाना में हुआ।

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, विस्फोट के बाद 16 घायलों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से सात ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब तक किसी भी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि बम ने शांति समिति के कार्यालय को निशाना बनाया, जो सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान तालिबान का विरोध करती है।

समिति स्थानीय लोगों के बीच विवादों को सुलझाने में भी मदद करती है। यह बम विस्फोट ऐसे समय हुआ जब सेना ने हाल ही में कहा कि एक बड़े अभियान में सैनिकों ने अफगानिस्तान से देश में घुसने की कोशिश कर रहे 54 आतंकवादियों को उत्तरी वजीरिस्तान जिले में मार गिराया है।


पुलिस ने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि शांति समिति कार्यालय की इमारत नष्ट हो गई तथा कई लोग मलबे में फंस गए। इस हमले का दोष पाकिस्तानी तालिबान पर पड़ने की संभावना है। पाक तालिबान को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के नाम से भी जाना जाता है। यह अक्सर सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाता है।

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टीटीपी एक अलग आतंकी समूह है, लेकिन यह अफगान तालिबान का करीबी सहयोगी भी है। इसने अगस्त 2021 में पड़ोसी अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया था, जब अमेरिका और नाटो सैनिक 20 साल के युद्ध के बाद देश से अपनी वापसी के अंतिम चरण में थे। तालिबान के कब्जे के बाद से कई टीटीपी नेताओं और लड़ाकों ने अफगानिस्तान में पनाहगाह बना ली है। यहां तक ​​कि वे खुलेआम रह रहे हैं, जिससे पाकिस्तानी तालिबान का हौसला भी बढ़ा है।

Akhilesh Nath Tripathi

Akhilesh Nath Tripathi

First Published: Apr 28, 2025 5:19 PM

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