भारत-तालिबान दोनों से जंग लड़ने के लिए तैयार, अल्लाह करेगा मदद: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर उकसाऊ बयान देकर तनाव को हवा दी है। उन्होंने दावा किया है कि उनका देश दो मोर्चों पर युद्ध लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। पूर्वी सीमा पर भारत के खिलाफ और पश्चिमी सीमा पर तालिबान के खिलाफ। आसिफ ने कहा, “हम दो मोर्चों पर जंग के लिए तैयार हैं। अल्लाह ने पहले राउंड में हमारी मदद की थी, और दूसरे राउंड में भी करेगा।”

अपडेटेड Nov 13, 2025 पर 2:24 PM
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद में हुए धमाके को “काबुल से आया संदेश” बताया है

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर उकसाऊ बयान देकर तनाव को हवा दी है। उन्होंने दावा किया है कि उनका देश दो मोर्चों पर युद्ध लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। पूर्वी सीमा पर भारत के खिलाफ और पश्चिमी सीमा पर तालिबान के खिलाफ। आसिफ ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, “हम दो मोर्चों पर जंग के लिए तैयार हैं। अल्लाह ने पहले राउंड में हमारी मदद की थी, और दूसरे राउंड में भी करेगा।”

इस्लामाबाद धमाके के बाद बढ़ा विवाद

आसिफ का यह बयान इस्लामाबाद में हुए एक आत्मघाती हमले के बाद आया है, जिसमें 12 लोगों की मौत और 36 घायल हुए। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी। हमले के बाद पाकिस्तान में सरकार की “कट्टरपंथियों से सुलह की नीति” पर सवाल उठने लगे हैं।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को नेशनल असेंबली में कहा कि इन हमलों के पीछे “विदेशी हाथ” हैं। उन्होंने दावा किया कि “भारत और अफगानिस्तान दोनों ऐसे हमलों को समर्थन दे रहे हैं, और अब हमारे पास इसके सबूत हैं।”


शरीफ ने बताया कि वाना (दक्षिण वजीरिस्तान) में हाल ही में एक बड़ा हमला टाल दिया गया, जो “साल 2014 के APS स्कूल हमले से भी भयावह” हो सकता था। उन्होंने आरोप लगाया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) अफगानिस्तान की जमीन से “भारतीय समर्थन के साथ” काम कर रहे हैं।

काबुल से आया संदेश: आसिफ

ख्वाजा आसिफ ने इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा कि इस्लामाबाद का धमाका “काबुल से आया संदेश” है। उन्होंने कहा, “काबुल के शासक पाकिस्तान में आतंकवाद रोक सकते हैं, लेकिन इस जंग को इस्लामाबाद तक लाना एक संदेश है और खुदा की कसम, पाकिस्तान इसका जवाब देने की पूरी ताकत रखता है।”

एक्सपर्ट्स का कहना है कि पाकिस्तान का यह आक्रामक रुख इस बात का संकेत है कि अब इस्लामाबाद और तालिबान शासन के बीच रिश्ते तेजी से बिगड़ रहे हैं। तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान को उम्मीद थी कि तालिबान सरकार उसके लिए अनुकूल होगी, लेकिन अब वही TTP को शरण देने का आरोप झेल रही है।

भारत को दोषी ठहराने की कोशिश

आंतरिक हिंसा से जूझते पाकिस्तान के मंत्री लगातार भारत को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। आसिफ ने हाल ही में दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके को “गैस सिलेंडर विस्फोट” करार दिया था, जिसमें 13 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा, “कल तक यह गैस सिलेंडर का धमाका था, आज इसे विदेशी साजिश बताया जा रहा है। भारत इस घटना का राजनीतिकरण कर रहा है।”

भारतीय अधिकारियों ने आसिफ के बयानों को “पाकिस्तान की असुरक्षा और ध्यान भटकाने की रणनीति” बताया है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली धमाके की फॉरेंसिक जांच में सैन्य-ग्रेड विस्फोटक पाए गए हैं, जो पाकिस्तान के आरोपों को झूठा साबित करते हैं।

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