PM Modi Visit China: जापान के बाद पीएम मोदी चीन रवाना, SCO समिट में पुतिन और शी जिनपिंग से होगी मुलाकात

PM Modi Visit China: प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के रविवार को तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर दो द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है। इन बैठकों को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भारत और चीन ट्रंप की टैरिफ नीति से उपजे वैश्विक व्यापार तनाव के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं

अपडेटेड Aug 30, 2025 पर 2:38 PM
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PM Modi Visit China: पिछले सात वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी की यह पहली चीन यात्रा है

PM Modi Visit China: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार (30 अगस्त) को चीन रवाना हो गए। पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारत और जापान ने 13 प्रमुख समझौतों एवं घोषणाओं को अंतिम रूप दिया। दोनों देशों ने कई परिवर्तनकारी पहलों की शुरुआत की घोषणा की। चीन रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को जापान में मियागी प्रांत के सेंडाई स्थित सेमीकंडक्टर प्लाटं गए।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म X पर लिखा, "जापान की यह यात्रा उन उपयोगी परिणामों के लिए याद रखी जाएगी जिनसे हमारे देश के लोगों को लाभ होगा। मैं (जापान के) प्रधानमंत्री (शिगेरू) इशिबा, जापानी जनता और सरकार को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं।" इससे एक दिन पहले भारत एवं जापान ने महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग को गहरा करने का संकल्प लिया था।

PM मोदी अपने जापानी समकक्ष इशिबा के साथ बुलेट ट्रेन से सेंडाई पहुंचे। सेंडाई टोक्यो से 300 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री इशिबा ने सेंडाई में पीएम मोदी के सम्मान में दोपहर भोज की मेजबानी की। इसमें मियागी प्रांत के गवर्नर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

सेमीकंडक्टर क्षेत्र की अग्रणी जापानी कंपनी टीईएल मियागी भारत के साथ सहयोग की योजनाओं पर काम कर रही है। पीएम मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय यात्रा पर टोक्यो पहुंचे थे। जापान ने शुक्रवार को भारत में एक दशक में 10 हजार अरब येन (करीब 60,000 करोड़ रुपये) के निवेश का लक्ष्य रखा और दोनों पक्षों ने कई बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए। 

यह निर्णय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की व्यापार और टैरिफ संबंधी नीतियों के कारण पैदा हुई आर्थिक उथल-पुथल के बीच लिया गया। भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के विस्तार की घोषणाएं प्रधानमंत्री मोदी और उनके जापानी समकक्ष इशिबा के बीच शिखर वार्ता के बाद की गईं।

जिनपिंक और पुतिन से मिलेंगे पीएम मोदी


प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के रविवार को तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर दो द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है। इन बैठकों को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भारत और चीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से उपजे वैश्विक व्यापार तनाव के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी शनिवार शाम को जापान से तियानजिन पहुंचेंगे, जहां वह रविवार दोपहर के आसपास राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। फिर एससीओ शिखर सम्मेलन के आधिकारिक भोज में शामिल होने से पहले दोनों नेताओं की संभवतः एक और मुलाकात भी हो सकती है।

सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी सोमवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। उनके स्वदेश रवाना होने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की संभावना है।

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रूसी तेल की खरीद को लेकर भारतीय वस्तुओं के आयात पर ट्रंप की ओर से लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ के चलते भारत-अमेरिका संबंधों में अचानक आई गिरावट के मद्देनजर 10 सदस्यीय एससीओ का शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय रिश्तों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह पिछले सात वर्षों में पीएम मोदी की पहली चीन यात्रा होगी।

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