John Bolton: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि ट्रंप की यह नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस और चीन के करीब धकेल रही है, जिससे दशकों के राजनयिक प्रयास बर्बाद हो रहे हैं। एक्स पर एक पोस्ट में बोल्टन ने कहा, 'व्हाइट हाउस ने अमेरिका-भारत संबंधों को दशकों पीछे धकेल दिया है, जिससे मोदी रूस और चीन के करीब जा रहे हैं। बीजिंग ने खुद को अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप के विकल्प के रूप में पेश किया है।'
'ट्रंप की नीति ने अमेरिका-भारत के रिश्तों को दशकों पीछे धकेला'
जॉन बोल्टन ने 'टुनाइट विद एंड्रयू मार' शो में अपनी बात को विस्तार से समझाते हुए कहा कि ट्रंप विदेश नीति को व्यक्तिगत संबंधों के नजरिए से देखते हैं। उन्होंने कहा, 'ट्रंप का पीएम मोदी के साथ व्यक्तिगत तौर पर बहुत अच्छा संबंध था। मुझे लगता है कि अब यह खत्म हो गया है।' उन्होंने आगे कहा कि यह सभी के लिए एक सबक है कि एक अच्छा व्यक्तिगत संबंध कई बार मदद कर सकता है, लेकिन यह आपको सबसे बुरे वक्त से नहीं बचा पाएगा।
रूस और चीन के साथ भारत के बढ़ते संबंध
बोल्टन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब ट्रंप के टैरिफ उपायों और चीन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के बाद वैश्विक अनिश्चितता बढ़ गई है। पीएम मोदी ने 31 अगस्त और 1 सितंबर को चीन में हुए SCO शिखर सम्मेलन में भाग लिया था, जहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बातचीत की थी।
पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भारत-रूस संबंधों की ताकत पर जोर देते हुए कहा था कि दोनों देश 'सबसे चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं।'
बोल्टन पहले भी कर चुके हैं ट्रंप की आलोचना
यह पहली बार नहीं है जब बोल्टन ने ट्रंप की भारत पर लगाई गई पाबंदियों की आलोचना की है। सोमवार को उन्होंने कई पोस्ट में कहा था कि ट्रंप का भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाने और रूस से कच्चे तेल की खरीद पर 25% एक्सट्रा टैरिफ लगाने का कदम, भारत को उसके शीत युद्धकालीन संबंधों से दूर करने के पश्चिमी प्रयासों को 'बर्बाद' कर रहा है।