Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने जापान के साथ कारोबारी समझौते से जुड़े एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिया है। इससे अब ऑटोमोबाइल्स और इसके पार्ट्स समेत जापान के अधिकतर प्रोडक्ट्स पर अधिकतम टैरिफ 15% का हो गया है। इस सौदे में जापान की तरफ से अमेरिका में $55 हजार करोड़ का निवेश फंड बनाने की भी बात थी जिसे लेकर दोनों देशों के बीच शर्तों पर काफी चर्चा के चलते इसे अभी तक औपचारिक रूप नहीं दिया गया था। अमेरिका के एक अधिकारी के मुताबिक जापान के टॉप ट्रेड नेगोशिटर रयोसी अकाजावा इस हफ्ते बातचीत के लिए अमेरिका आए और गुरुवार को उनकी ट्रंप से मुलाकात हुई।
Trump Tariffs: कब से लागू होगा 15% टैरिफ?
समझौते के मुताबिक जापान की अमेरिका जाने वाली लगभग सभी चीजों पर 15% का टैरिफ लगेगा। ऑटोमोबाइल के लिए यह बड़ी राहत है क्योंकि पहले यह दर 27.5% थी और अब यह घटकर 15% हो जाएगी। नई दरें सात दिनों के भीतर प्रभावी होंगी। ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए यह राहत जापान की इकॉनमी के लिए काफी अहम है क्योंकि इस सेक्टर की जापान की अर्थव्यवस्था में बड़ी भागीदारी है। इस एग्रीमेंट के तहत विमानों और विमानों के पार्ट्स के साथ-साथ जेनेरिक फार्मा, इनग्रेडिएंट्स और मूल रसायनों से अमेरिका टैरिफ हटाएगा।
US-Japan Trade Deal: निवेश को लेकर किस बात पर बनी है सहमति?
अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लुटनिक और अकाजावा ने गुरुवार की शाम को एग्रीमंट को मजबूत करने के लिए MoUs पर साइन किए। जापान सरकार इस टैरिफ समझौते को अंतिम रूप देने के लिए कई हफ्तों से दबाव बना रही थी। इस समझौते को लेकर अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लुटनिक का कहना है कि यह ऐतिहासिक है क्योंकि जापान ने अमेरिकी राष्ट्रपति को $55 हजार डॉलर देने का वादा किया है ताकि वह अमेरिका की राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा के बुनियादी ढांचे में निवेश कर सकें।
अब समझौता हुआ है और कई बातें सामने आ चुकी हैं लेकिन $55 हजार करोड़ का निवेश फंड को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है क्योंकि इसकी फंडिंग और काम करने के तरीकों को लेकर दोनों देश अलग-अलग बातें बता रहे हैं। ट्रंप इससे पहले कह चुके हैं कि इस फंड को उनकी सरकार जैसे चाहे वैसे निवेश कर सकती है और इससे होने वाला 90% मुनाफा अमेरिका को मिलेगा तो दूसरी तरफ जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने कहा था कि जापान निवेश, लोन और लोन गारंटी का मिक्सचर पेश करेगा जिससे जापानी कंपनियों की अमेरिकी प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट मिलेगा।