शुक्रवार रात से शनिवार तक रूस ने यूक्रेन पर लगातार और बड़े पैमाने पर हमले किए। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार इस दौरान कम से कम 9 लोग मारे गए और 53 लोग घायल हुए। रूस ने तीन Kh-47M2 "किन्जाल" एयर-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं और करीब 135 ड्रोन से हमला किया। इन ड्रोन और मिसाइलों ने कई जगहों को निशाना बनाया, जिसमें ओरेल, कुर्स्क, ब्रायंस्क, मिललेरोवो, प्रिमोर्स्को-अख्तार्स्क और क्रीमिया शामिल हैं। हमलों का सबसे ज्यादा असर कीव और दक्षिणी यूक्रेन पर पड़ा, जहां कई घर, सड़कें और इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं।
यूक्रेनी सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की और कई ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर दिया। इन हमलों के कारण नागरिकों में डर और असुरक्षा का माहौल है, और लोग सुरक्षित जगहों पर रहने के लिए बाध्य हैं। इस समय यूक्रेन में स्थिति बहुत संवेदनशील और खतरनाक बनी हुई है।
कहीं-कहीं नुकसान और ड्रोन मलबा
ड्रोन और मिसाइल हमलों के कारण 13 जगहों को नुकसान हुआ। कई ड्रोन गिरते हुए घरों और सड़कों पर मलबा गिरा, जिससे चार लोग घायल हुए।
कीव में सबसे ज्यादा तबाही
रूस के हमले का सबसे ज्यादा असर कीव पर पड़ा। यहां 7 लोगों की मौत हुई और 36 लोग घायल हुए। शहर के 9 इलाके भारी नुकसान झेल रहे हैं। कीव के मेयर विटालिय क्लिचको ने बताया कि कई घर, सड़कें और इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
खेरसॉन और डोनेट्स्क में स्थिति
दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन में 34 गांव और शहर प्रभावित हुए। खेरसॉन शहर डनप्रो नदी से दो हिस्सों में बंटा हुआ है। यहां एक व्यक्ति की मौत हुई। डोनेट्स्क के क्रामाटोर्स्क शहर में एक व्यक्ति घायल हुआ। क्रामाटोर्स्क में अक्सर परिवार सैनिकों का इंतजार करते हैं।
यूक्रेनी सेना की प्रतिक्रिया
यूक्रेनी सेना ने बताया कि दो किन्जाल मिसाइलें और 91 ड्रोन को या तो नष्ट कर दिया गया या हमला रोका गया। इससे कई क्षेत्रों में हमले का असर कम हुआ।
डोनेट्स्क के निकोपोल जिले में 65 साल के एक बुजुर्ग की मौत हुई। साथ ही, सुमी और खार्किव में भी रातभर हमले जारी रहे।
रूस में तेल निर्यात प्रभावित
यूक्रेनी हमलों का असर रूस में भी देखा गया। नोवोरोस्सिय्स्क पोर्ट का एक बड़ा तेल टर्मिनल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। ये टर्मिनल दुनिया के कुल तेल निर्यात का लगभग 2% हिस्सा करता है।
इस समय नागरिकों की सुरक्षा खतरे में है। यूक्रेन की सेना लगातार अपने शहरों और लोगों की रक्षा कर रही है। लोगों को घरों और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।