India Pakistan Conflict: 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई तरह के बैन लगा दिए थे। दोनों देशों के बीच सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया था। साथ ही आयात-निर्यात पर भी पूरी तरह बैन लगा दिया गया। इसके बाद "ऑपरेशन सिंदूर" के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया। भारत के लगातार दबाव और दाना-पानी बंद करने के बाद अब पाकिस्तान दुनियाभर में घूमकर हिंदुस्तान के साथ बातचीत करने के लिए गिड़गिड़ाने लगा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर, आतंकवाद, जल और व्यापार सहित सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत के साथ शांति वार्ता करने की सोमवार (26 मई) को इच्छा व्यक्त की।
भारत की तरफ से सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के बाद बूंद-बूंद के लिए मोहताज पाकिस्तान ने बातचीत का ऑफर दिया है। शरीफ ने यह टिप्पणी ईरान की राजधानी तेहरान में की, जहां वह चार देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री तुर्किये से ईरान की राजधानी पहुंचे, जहां राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने सादाबाद पैलेस में उनका स्वागत किया। शरीफ को 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। उन्होंने राष्ट्रपति पेजेशकियन के साथ बातचीत की।
पेजेशकियन के साथ ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि वह शांति के लिए भारत के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "हम कश्मीर मुद्दे और जल मुद्दे सहित सभी विवादों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहते हैं और व्यापार तथा आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर भी अपने पड़ोसी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं।"
उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि अगर भारत ने युद्ध का रास्ता चुना तो इसका जवाब दिया जाएगा। शहबाज शरीफ ने कहा, "लेकिन अगर वे आक्रामक बने रहना चुनते हैं तो हम अपने क्षेत्र की रक्षा करेंगे ... जैसा कि हमने कुछ दिन पहले किया है। लेकिन अगर वे शांति के मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं तो हम दिखा देंगे कि हम गंभीरता से और ईमानदारी से वास्तव में शांति चाहते हैं।"
भारत ने स्पष्ट कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने और आतंकवाद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगा। शरीफ ने यह भी दावा किया कि उनका देश भारत के साथ चार दिन तक चले युद्ध में विजयी रहा है। शरीफ ने पाकिस्तान और भारत के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान पेजेशकियन की ओर से चिंता जताए जाने की सराहना की।
उन्होंने सैन्य तनाव के दौरान पाकिस्तान का दौरा करने के लिए ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची की भी सराहना की और उन्हें एक उत्कृष्ट राजनयिक बताया। शरीफ और उनका प्रतिनिधिमंडल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामनेई से भी मुलाकात करेगा और द्विपक्षीय मामलों के साथ-साथ महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेगा।