Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने यूरोपीय संघ पर 50% टैरिफ लगाने की समय सीमा को 9 जुलाई तक के लिए टाल दिया है। ट्रंप ने यह ऐलान अपने'ट्रुथ सोशल' अकाउंट पर की। इससे कुछ ही समय पहले उन्होंने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन (Ursula von der Leyen) से बात की थी। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 जून से यूरोपीय संघ पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। उनका मानना था कि यूरोपीय संघ मुश्किल रवैया अपना रहा है और बातचीत किसी नतीजे की तरफ नहीं बढ़ रही थी।
टैरिफ से अमेरिका को इतने झटके के आसार
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय संघ की अध्यक्ष से बातचीत हुई जिसमें उन्होंने यूरोपीय संघ पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की डेडलाइन को 1 जून से आगे खिसकाने का आग्रह किया था। ट्रंप ने आगे कहा कि उनके आग्रह को मानते हुए इसे 9 जुलाई 2025 तक टाल दिया गया है। यह वही तारीख है, जब तक भारत समेत कई देशों पर रेसिप्रोकल टैक्स टाला हुआ है। ब्लूमबर्ग इकनॉमिक्स के कैलकुलेशंस के मुताबिक यूरोपीय संघ पर अमेरिकी टैरिफ अगर लागू होता तो इससे 32.1 हजार करोड़ डॉलर के लेन-देन को झटका लगता। कैलकुलेशंस के मुताबिक इससे अमेरिका की जीडीपी को 0.6 फीसदी का झटका लगता और कीमतों में 0.3 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी होने की आशंका थी।
यूरोपीय संघ के साथ अमेरिका का कितना है कारोबारी घाटा?
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी बातचीत अच्छी रही। उन्होंने आगे लिखा है कि यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण और घनिष्ठ कारोबारी संबंध हैं। अमेरिकी कारोबारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका ने पिछले साल 2024 में 60.58 हजार करोड़ डॉलर मूल्य के सामान आयात किए, जो वर्ष 2023 के कारोबारी आंकड़े से 5.1% अधिक था, जबकि 37.02 हजार करोड़ डॉलर मूल्य के सामान निर्यात किए, जिससे कुल व्यापार घाटा 23.56 करोड़ डॉलर हो गया, जो 2023 की तुलना में 12.9% अधिक है।