Thailand Cambodia Border Clash: थाईलैंड और कंबोडिया के सैनिकों ने गुरुवार (24 जुलाई) को सीमा पर एक-दूसरे पर जमकर गोलीबारी की। इस फायरिंग में कम से कम 11 नागरिकों की मौत हो गई। इस गोलीबारी में दर्जनों लोग घायल हैं। थाइलैंड की सेना ने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत सी सा केत प्रांत में हुई, जहां एक गैस स्टेशन पर गोलियां चलने के बाद लोगों की मौत हो गई। मई में एक सशस्त्र टकराव के बाद से दक्षिणपूर्वी एशियाई पड़ोसी देशों के बीच रिश्ते बिगड़ गए हैं।
पिछले दिनों थाई जवानों के साथ टकराव में कंबोडिया के एक सैनिक की मौत हो गई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ता गया। अब ताजा गोलीबारी के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है।
कंबोडिया ने थाईलैंड पर रॉकेट से हमला किया है। इसके जवाबी कार्रवाई में थाईलैंड ने भी कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर पलटवार किया है। थाईलैंड के सीसा केट प्रांत में एक गैस स्टेशन पर रॉकेट से हमला किया गया। इसमें कंबोडिया और थाई सैनिकों के बीच जबरदस्त झड़प हुई है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह कंबोडियाई सैनिकों की गोलीबारी में थाइलैंड के 11 लोगों की मौत हो गई है। वहीं,14 अन्य घायल हैं। इसके जवाब में थाईलैंड ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। इसके बाद दोनों देशों ने एक दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया।
कंबोडिया के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि थाईलैंड के जवानों ने गुरुवार सुबह गोलीबारी शुरू की। जबकि थाई सेना ने कहा कि कंबोडिया ने पहले ड्रोन से उनके देश पर हमला किया। फिर तोप और लंबी दूरी के BM21 रॉकेटों से हमला किया। हमले को देखते हुए थाईलैंड ने सीमा पर F-16 लड़ाकू विमान तैनात कर दिया है।
सैकड़ों वर्षों से दक्षिण-पूर्व एशिया के ये दोनों पड़ोसी देश सैन्य संघर्षों और राष्ट्रवादी प्रतिद्वंद्विता में उलझे रहे हैं। थाई और कंबोडियाई सेनाओं में झड़पों के कारण स्थानीय निवासियों को वहां से निकालना पड़ा है। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव पैदा हो गया है।
मई में हुई झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद हाल के दिनों में तनाव बढ़ गया। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध 10 साल से भी ज्यादा समय में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। सीमा के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट में थाई सैनिकों के घायल होने के बाद थाईलैंड ने 23 जुलाई को कंबोडिया के साथ अपने राजनयिक संबंधों का दर्जा कम कर दिया।