Fed governor Lisa Cook: अमेरिका में फेडरल रिजर्व पर अपना नियंत्रण बढ़ाने की कोशिशों के तहत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 अगस्त को गवर्नर लिसा कुक को बर्खास्त करने का ऐलान किया। यह कदम अमेरिकी मौद्रिक नीति को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति के अभियान को दिखाता है, जो पारंपरिक रूप से राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त रहा है। यह फैसला तब आया है, जब कुक ने राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग के बावजूद फेड के सात सदस्यीय बोर्ड को छोड़ने से इनकार कर दिया था। ट्रंप ने कहा है कि वह केवल ऐसे अधिकारियों को नियुक्त करेंगे जो ब्याज दरों में कटौती का समर्थन करेंगे।
सस्पेंड करने के पीछे क्या है वजह?
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक लेटर शेयर किया, जिसमें कुक की बर्खास्तगी के पीछे मुख्य कारण के रूप में उन पर लगे गिरवी रखी संपत्तियों में धोखाधड़ी के आरोपों का हवाला दिया। ये आरोप पिछले हफ्ते बिल पुल्टे ने लगाए थे, जिनकी नियुक्ति ट्रंप ने की थी। उनका संबंध मोरगेज कंपनियों की देखरेख करने वाली नियामक एजेंसी से है। पुल्टे ने कुक पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने 2021 में दो अलग-अलग जगहों मिशिगन और अटलांटा में अपने घर को 'प्राथमिक आवास' बताया था। ऐसा उन्होंने इसलिए किया था ताकि उन्हें बैंक से आसान शर्तों पर लोन मिल सके।
फेड की स्वतंत्रता पर उठ रहे सवाल
लिसा कुक पहली अश्वेत महिला थीं, जो फेडरल रिजर्व बोर्ड में मेंबर बनी थी। उनकी नियुक्ति के बाद से ही उन पर कड़ी नजर रखी जा रही थी, लेकिन धोखाधड़ी के इन आरोपों ने मामले को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया। ट्रंप की इस कार्रवाई की आलोचना करने वालों का तर्क है कि यह फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता को कमजोर करता है। फेडरल रिजर्व एक महत्वपूर्ण संस्था है जो ब्याज दरों और मुद्रास्फीति नियंत्रण सहित देश की मौद्रिक नीति का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार है। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह आक्रामक रुख एक ऐसी मिसाल कायम कर सकता है जो फेड की लंबे समय से चली आ रही स्वतंत्रता की प्रतिष्ठा को अस्थिर कर सकता है, जिससे संभावित रूप से आर्थिक स्थिरता पर असर पड़ सकता है।
लिसा कुक चुन सकती है कानूनी लड़ाई का रास्ता
कुक की बर्खास्तगी से एक कानूनी लड़ाई शुरू होने की संभावना है और मामले के सुलझने तक उन्हें अपने पद पर बने रहने की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, लिसा कुक को यह कानूनी लड़ाई खुद लड़नी होगी, न कि फेडरल रिजर्व को। ट्रंप ने कहा है कि लिसा कुक को बर्खास्त करना संवैधानिक है, भले ही ऐसा करने से फेड की स्वतंत्रता पर सवाल उठेंगे।