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Trump–Putin talks : क्या ट्रंप जीत सकते हैं नोबेल पुरस्कार? हिलेरी क्लिंटन ने कही ये बड़ी बात

Trump–Putin talks : हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि यदि राष्ट्रपति ट्रंप यूक्रेन का कोई इलाका खोए बिना रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करा देते हैं तो उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया जा सकता है

अपडेटेड Aug 16, 2025 पर 9:57 AM
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2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने अमेरिकी पूर्व फर्स्ट लेडी (हिलेरी क्लिंटन) को हराया था। चुनाव प्रचार के दौरान,उन्होंने यूक्रेनी आक्रमण से पहले रिपब्लिकनों द्वारा की गई पुतिन की प्रशंसा की आलोचना की थी

Trump–Putin Alaska talks : हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अगर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कीव से रूस को बिना कोई इलाका दिलाए बिना रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त कर देते हैं तो उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया जा सकता है। अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ट्रंप की तय बैठक से कुछ घंटे पहले, हिलेरी क्लिंटन ने एक पॉडकास्ट में कहा, "अगर वह इस भयानक युद्ध का अंत कर सकते हैं, अगर वह यूक्रेन को ऐसी स्थिति में डाले बिना इसे समाप्त कर सकते हैं जहां उसे अपना क्षेत्र हमलावर को सौंपना पड़े... तो मैं उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित कर सकती हूं।"

उन्होंने कहा, "वह किसी मित्र से नहीं मिल रहे हैं, वह एक ऐसे शत्रु से मिल रहे हैं जो अमेरिका और पश्चिमी गठबंधन का विनाश देखना चाहता है।"

हिलेरी क्लिंटन की यह टिप्पणी एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक से पहले आई थी। एयर फ़ोर्स वन में दिए गए एक साक्षात्कार के एक अंश में, ट्रंप ने कहा था कि शिखर सम्मेलन "बहुत अच्छा रहेगा, और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मैं तुरंत घर वापस लौट जाऊँगा।"


2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने अमेरिकी पूर्व फर्स्ट लेडी (हिलेरी क्लिंटन) को हराया था। चुनाव प्रचार के दौरान, उन्होंने यूक्रेनी आक्रमण से पहले रिपब्लिकनों द्वारा की गई पुतिन की प्रशंसा की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था "वह व्लादिमीर पुतिन जैसे तानाशाहों की प्रशंसा करते हैं और हमारे दोस्तों से झगड़ा करते हैं।"

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में एक खास बैठक हुई। यह बैठक पौने तीन घंटे चली। तीन साल से चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर दुनियाभर की निगाहें इस बैटक पर टिकी हुईं थीं। हालांकि, बंद कमरे में हुई इस बातचीत से यूक्रेन युद्धविराम को लेकर कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकल सका। वहीं, पुतिन ने अब मॉस्को में आगे की बातचीत का प्रस्ताव दिया है, लेकिन अभी तक यूक्रेन में शांति स्थापना को लेकर कोई साफ दिशा तय नहीं हो पाई है।

 

अलास्का समिट में पुतिन ने ट्रंप को दिया मॉस्को आने का न्यौता, रूस- यूक्रेन यूद्ध पर सस्पेंस बरकरार

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