US vs China Tariff War: चीन से आयात होने वाले सामानों पर अमेरिका ने टैरिफ को 90 दिनों के लिए आगे खिसका दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे जुड़ा फैसला सोमवार को लिया। चीन के सामानों की अमेरिका में एंट्री पहले ये टैरिफ मंगलवार से लागू होने वाले थे लेकिन उससे पहले ही ट्रंप ने एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिए। इससे अब दोनों देशों के बीच किसी ट्रेड एग्रीमेंट के लिए 90 दिनों तक का यानी कि नवंबर के मध्य तक के लिए बातचीत की खिड़की खुल गई है। यह रोक, उस बैठक के बाद हुई है, जिसके तहत पिछले महीने जुलाई में अमेरिका और चीन के अधिकारियों के बीच स्टॉकहोम में एक बैठक में कारोबारी बातचीत हुई थी।
इससे पहले रविवार को ट्रंप ने कहा था कि वह चाहते, चीन अमेरिकी सोयाबीन के अपने ऑर्डर को जल्दी से चौगुना कर दे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एख पोस्ट में कहा था कि यह अमेरिका के साथ चीन के व्यापार घाटे को काफी हद तक कम करने का भी एक तरीका है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि चीन सोयाबीन की खरीदारी बढ़ाने पर राजी हुआ है या नहीं।
Trump Tariffs: न लगती रोक तो कितना होता टैरिफ?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए खिसका दिया है। अगर यह डेडलाइन आगे न खिसकती तो चीन पर उतना टैरिफ लगता, जितना अमेरिका ने अप्रैल में ऐलान किया था, जब दोनों बड़े देशों के बीच टैरिफ की जंग शुरू हुई थी। उस समय ट्रंप ने चीन से आयात पर 145% का टैरिफ लगाया था। इसके जवाब में भी चीन मे अमेरिकी सामानों पर 125% की दर से टैरिफ लगाया था। हालांकि दोनों देश मई में अधिकतर टैरिफ पर रोक को लेकर राजी हो गए। इसे लेकर दोनों के बीच पहली बार जेनेवा में मुलाकात हुई। इसके बाद अमेरिका ने चीन के सामानों पर टैरिफ की दर को घटाकर 30% कर दिया और चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर टैरिफ को घटाकर 10% कर दिया था।
ट्रंप की पॉलिसी में अनिश्चितता का एक और उदाहरण
चीन पर टैरिफ पर 90 दिनों की रोक ट्रंप की पॉलिसी में अनिश्चितता का एक और उदाहरण है कि बार-बार लगने वाले टैरिफ कैसे बिना किसी पूर्व सूचना के बदल गए हैं। ट्रंप ने पहले भी देशों या खास सेक्टर पर भारी टैरिफ का ऐलान किया लेकिन कुछ दिनों या हफ्तों बाद उन्हें वापस ले लिया, उनमें फेरबदल किया या रोक दिया। अप्रैल की शुरुआत में ट्रंप ने रेसिप्रोकल यानी जैसे-को-तैसा टैरिफ का ऐलान किया था। पिछले हफ्ते बदले हुए रूप में लागू होने से पहले कई बार जल्दी ही रोक दिया गया और फिर कई बार आगे खिसका दिया गया।