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Trump टैरिफ का असर: Volkswagen का 40% गिरा मुनाफा, 7000 कर्मचारियों की छंटनी

Volkswagen layoffs: यूरोप की सबसे बड़ी कार निर्माता Volkswagen की कारोबारी हालत काफी खराब हो रही है। कंपनी का मुनाफा 40% गिर गया है और उसने करीब 7,000 कर्मचारियों की छंटनी की है। ट्रंप की टैरिफ नीति, बढ़ती लागत और कमजोर EV बिक्री ने हालत और बिगाड़ दी है।

अपडेटेड Apr 30, 2025 पर 9:58 PM
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Volkswagen की अमेरिका में एक फैक्ट्री है, लेकिन अधिकतर गाड़ियां यूरोप या मैक्सिको से भेजी जाती हैं, जो अब महंगी पड़ रही हैं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

 

Volkswagen layoffs: जर्मनी की मशहूर कार कंपनी Volkswagen की हालत काफी खराब नजर आ रही है। कंपनी अपने करीब 7,000 कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है। इस दिग्गज कार कंपनी का मुनाफा लगातार दबाव में है, जिसके चलते वह बड़े पैमाने पर कॉस्ट-कटिंग कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से भी Volkswagen के मुनाफे पर तगड़ी चोट पहुंची है और अमेरिका में उसकी कारोबारी संभावनाएं भी धूमिल हुई हैं।

Volkswagen के फाइनेंस चीफ (CFO) आर्नो एंटलिट्ज ने बुधवार को कहा, 'हमने खर्चों में कटौती के जो फैसले लिए हैं, उन्हें पूरी ताकत से लागू किया जा रहा है।"


Volkswagen का मुनाफा 40% गिरा

2025 की पहली तिमाही में Volkswagen का मुनाफा 40.6% गिरकर 2.19 अरब यूरो (करीब ₹19,000 करोड़) रह गया। हालांकि, कंपनी की कुल कमाई थोड़ी बढ़ी और यह 77.56 अरब यूरो रही। लेकिन महंगे प्रोडक्शन, नए नियमों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ने Volkswagen के मुनाफे पर काफी बुरा असर डाला है।

इनमें से एक बड़ा झटका कंपनी को 1.1 अरब यूरो के एकमुश्त खर्चों की वजह से लगा, जिसमें अपनी सॉफ्टवेयर यूनिट में री-स्ट्रक्चरिंग (पुनर्गठन) और प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर यूरोपीय यूनियन का जुर्माना शामिल है।

Volkswagen को ट्रंप से डर क्यों?

यूरोप की सबसे बड़ी कार निर्माता Volkswagen का कहना है कि वह अमेरिका में और गाड़ियां बनाना चाहती है, लेकिन यह तय नहीं है कि वह कितना निवेश करेगी। इसकी वजह है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी यानी अमेरिकी सरकार द्वारा विदेशी गाड़ियों पर लगाए जा रहे भारी टैक्स।

Volkswagen की अमेरिका में एक फैक्ट्री है, लेकिन अधिकतर गाड़ियां यूरोप या मैक्सिको से भेजी जाती हैं, जो अब महंगी पड़ रही हैं।

इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री भी उम्मीद से कम

Volkswagen का कहना है कि चीन में मांग में कमजोरी, यूरोप में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सुस्त बिक्री और उत्पादन लागत में वृद्धि जैसी कई चुनौतियां मार्जिन पर दबाव बना रही हैं। अमेरिका में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग धीमी रफ्तार से बढ़ रही है। वहीं, Volkswagen अब EV मार्केट में बड़ा खिलाड़ी बनने की कोशिश कर रही है। इसके चलते लागत तो बढ़ी, लेकिन बिक्री वैसी नहीं हुई।

Volkswagen का आगे का प्लान क्या है?

Volkswagen ने कहा है कि वो इस साल अपने लाभ मार्जिन (profit margin) को 5.5% से 6.5% के बीच बनाए रखने की कोशिश करेगी, लेकिन अब अनुमान है कि ये भी निचले स्तर तक ही रह सकता है। इस अनुमान में अभी अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को शामिल नहीं किया गया है।

हालांकि, कंपनी का ऑर्डर बैकलॉग यानी बुक की गई गाड़ियों की संख्या अभी भी लगभग 10 लाख यूनिट है, जो एक पॉजिटिव संकेत है। Volkswagen के मुताबिक, यूरोप में नए मॉडलों की मांग मजबूत बनी हुई है।

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