Interim Budget 2024 : केंद्रीय बजट (Union Budget) पेश होने में दो दिन का समय बचा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करेंगी। हालांकि, यह अंतरिम बजट होगा, लेकिन इससे इकोनॉमी के कई सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं। ऐसे में इनवेस्टर्स यह जानना चाहते हैं कि अभी कहां निवेश करने पर होगी मोटी कमाई? इस सवाल का जवाब जानने के लिए मनीकंट्रोल ने फर्स्ट कैपिटल फंड के को-फाउंडर अरुण चुलानी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, जिससे बजट में बड़े ऐलान की उम्मीद कम है। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनावों के बाद जो नई सरकार बनेगी वह पूर्ण बजट पेश करेगी। इसके जुलाई में आने की उम्मीद है।
बाजार में अनुशासन बनाए रखने से बनेगा मुनाफा
चुलानी ने कहा कि कई सेक्टर में निवेश के लिए अच्छी संभावना दिख रही है। लेकिन, केमिकल सेक्टर ज्यादा अच्छा दिख रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि कई केमिकल कंपनियों के स्टॉक्स की कीमतें अपने रिकॉर्ड हाई लेवल से नीचे आ गई हैं। इसकी वजह केमिकल की कीमतों में आई नरमी है। हालांकि, निवेशक को समझने की जरूरत है कि अब बाजार में आसानी से पैसे बनाने का समय खत्म हो गया है। अब बाजार में अनुशासन बनाए रखना होगा। बाजार में आगे करेक्शन आ सकता है। यह करेक्शन मार्केट के लिए कंसॉलिडेशन होगा।
कॉर्पोरेट इंडिया के लिए आगे अच्छी संभावनाएं
उन्होंने कहा कि इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। 2024 में पहले के मुकाबले ज्यादा लोग अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। हाल की घटनाओं को देखने से संकेत मिलता है कि केंद्र में फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी। उधर, अमेरिका में भी इस साल के आखिर में राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं। इस बीच इनफ्लेशन को लेकर चिंता बनी हुई है। उधर, चीन की इकोनॉमी में अब भी सुस्ती दिख रही है। जियोपॉलिटिकल मसलों के जल्द समाधान की उम्मीद नहीं दिख रही। लेकिन, कॉर्पोरेट इंडिया के लिए संभावनाएं अच्छी बनी हुई हैं।
इंफ्रास्ट्रक्टर की चमक भी बरकरार रहने की उम्मीद
अभी केमिकल सेक्टर की अच्छी कंपनियों में निवेश का मौका है। इसके अलावा वाटर ट्रीटमेंट, सोलर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर की कंपनियों में भी निवेश के मौके दिख रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी अच्छी संभावना दिख रही है। पिछले कुछ सालों में इस सेक्टर पर सरकार का फोकस बढ़ा है। कंपनियों की ऑर्डर बुक मजबूत बनी हुई है। सरकार का फोकस जारी रहने पर इंफ्रास्ट्रक्चर की चमक आगे भी बनी रहेगी। आईटी सेक्टर की नजरें इंटरेस्ट साइकिल पर होंगी। खासकर अमेरिका और यूरोप में ऐसा होगा, क्योंकि आईटी कंपनियां विदेशी ग्राहकों पर ज्यादा निर्भर हैं।