Adani Group News: अडाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) के कुछ प्रोजेक्ट में एक फ्रांसीसी तेल और गैस कंपनी टोटलएनर्जीज एसई (TotalEnergies SE) निवेश करेगी। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को सूत्रों के जरिए जानकारी मिली है कि टोटलएनर्जीज अदाणी ग्रुप के रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडेक्ट्स में पैसे डालने के लिए बातचीत कर रही है। जानकारी के मुताबिक टोटल अपने क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स का पोर्टफोलियो बढ़ाने की स्ट्रैटेजी के तहत अदाणी ग्रीन के प्रोजेक्ट्स में कुछ हिस्सेदारी खरीदना चाहती है। फ्रेंच ग्रुप इन प्रोजेक्ट्स में करीब 70 करोड़ डॉलर निवेश कर सकती है। इसे लेकर अभी बातचीत चल ही रही है और सौदे को लेकर पक्के तौर पर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है। इस मामले में अदाणी ग्रीन और टोटल के प्रतिनिधियों ने कोई जवाब देने से मना कर दिया है।
डील से क्या होगा दोनों कंपनियों को फायदा
अदाणी ग्रीन और टोटल के बीच अगर यह डील हो जाती है तो टोटल की तेजी से बढ़ रहे भारतीय एनर्जी मार्केट में मौजूदगी और बढ़ जाएगी। वहीं अदाणी ग्रीन को और नए रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स शुरू करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा टोटल की अदाणी ग्रीन से संबंध और गहरे होंगे। जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से अदाणी ग्रीन में अभी यह दूसरी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। अदाणी ग्रीन में इसकी 19.75 फीसदी हिस्सेदारी है।
Total और Adani Group के बीच कई साझेदारी
टोटल और अदाणी ग्रुप के बीच कई साझेदारियां हो चुकी हैं। 2019 में टोटल ने 60 करोड़ डॉलर में अदाणी गैस (अदाणी टोटल गैस) में 37.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदारी थी। 2021 में इसने अदाणी ग्रीन में 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदारी। इसके अलावा 250 करोड़ डॉलर की डील के तहत टोटल की अदाणी ग्रीन के कुछ चालू हो चुके सोलर फॉर्म में 50 फीसदी हिस्सेदारी है। यह डील देश में सबसे बड़े विदेशी निवेश में शुमार है। अदाणी ग्रीन की बात करें तो इसमें टोटल के निवेश से 2022 में कंपनी की वैल्यू उछलकर 1000 करोड़ डॉलर पहुंच गई।
अदाणी ग्रुप और टोटल मिलकर देश में ग्रीन हाईड्रोजन को लेकर करोड़ों डॉलर निवेश पर आगे बढ़ रहे थे लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने झटका दे दिया। टोटल ने इसके चलते अदाणी एंटरप्राइजेज के साथ साझेदारी में 500 करोड़ डॉलर का ग्रीन हाईड्रोजन प्रोजेक्ट टाल दिया।