अदाणी ग्रुप (Adani Group) अपने एक लोन को रिफाइनेंस कराने के लिए बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है। यह लोन अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) को खरीदने के लिए लिया गया था। इस डील के लिए बैंकों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है और यह इस साल एशिया के सबसे बड़े लोन सौदों में से एक हो सकता है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बुधवार 13 सितंबर को एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक करीब 3.5 अरब डॉलर (करीब 29,000 करोड़ रुपये) को रिफाइनेंस कर सकते हैं। वहीं अडानी ग्रुप, अंबुजा सीमेंट के ओरिजिनल प्लांट पर करीब 30 करोड़ डॉलर चुकाएगा।
उद्योगपति गौतम अदाणी की अगुआई वाला अदाणी ग्रुप करीब 3.8 अरब डॉलर के लोन को रिफाइनेंस कराने के लिए कई महीनों से बैंकों के साथ बातचीत में है।
रिपोर्ट के मुताबिक, DBS ग्रुप होल्डिंग्स लिमिटेड, फर्स्ट अबू धाबी बैंक PJSC, मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप इंक, मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्प जैसे प्रत्येक बड़ा लेंडर 40 करोड़ डॉलर का लोन देगा। बहीं बाकी बैंक छोटी रकम उधार देंगे।
रिफाइनेंस को लेकर अदाणी ग्रुप और बैंकों के बीच बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है। यह बताता है कि अदाणी ग्रुप अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग के आरोपों से लगे झटके से उबरकर वापस लौट रहा है। हिंडनबर्ग के आरोपों के चलते अदाणी ग्रुप की मार्केट वैल्यूएशन एक समय करीब 150 अरब डॉलर घट गई थी। अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों का बार-बार खंडन किया है।
रिफाइनेंस से जुड़े लेनदेन को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है और शर्तें अभी भी बदल सकती हैं। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक अगर यह डील होता है, तो यह इस साल जापान के बाहर एशिया का चौथा सबसे बड़ा लोन होगा। खबर लिखे जाने अदाणी ग्रुप की इस खबर पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई थी।