Polycab India Shares: पॉलीकैब इंडिया के शेयर आज 11 जनवरी को बाजार खुलते ही 20% की भारी गिरावट आई। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट इस खबर के बाद आई है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने दिसंबर में उसके कई परिसरों और ऑफिसों पर सर्च ऑपरेशन चलाया था। नए साल 2024 की शुरुआत से ही पॉलीकैब इंडिया के शेयर दबाव में हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक दिन पहले 10 जनवरी को एक बयान जारी कर बताया एक केबल और वायर बनाने वाली कंपनी के ऑफिसों में तलाशी की बात कही। CNBC-TV18 को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह कंपनी पॉलीकैब इंडिया है। पोलीकैब के शेयर कारोबार के अंत में 20.50 फीसदी गिरकर 3904.70 रुपए पर बंद हुआ है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया कि पॉलीकैब ग्रुप पर छापा मारने के बाद विभाग को करीब 1,000 करोड़ रुपये की "बेहिसाब कैश बिक्री" की जानकारी मिली है।
इससे पहले मंगलवार 9 जनवरी को जब सर्च ऑपरेशन की रिपोर्ट पहली बार सामने आई थी तब पॉलीकैब के शेयरों में 9% की गिरावट आई थी। कंपनी ने उस शाम बाद में एक बयान जारी कर अपनी ओर से किसी भी कथित टैक्स चोरी से इनकार किया था। सुबह साढ़े 10 बजे के करीब, एनएसई पर पॉलीकैब इंडिया के शेयर 17 फीसदी गिरकर 4,072.60 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे।
पॉलीकैब के लिए नए साल की शुरुआत भले ही खराब रही, लेकिन स्टॉक मार्केट के अधिक शेयरों में सकारात्मक कारोबार देखने को मिल रहा है। पॉलीकैब को कवर करने वाले 31 एनालिस्ट्स में 60% से अधिक ने स्टॉक पर 'Buy' की सिफारिश की है, जबकि 6 ने क्रमशः "होल्ड" और "सेल" रेटिंग दी है।
यह भी दिलचस्प शेयरों में गिरावट के बावजूद इसे सेल रेटिंग देने वाले एनालिस्ट्स की संख्या पिछले 3 महीनों में लगातार घटी है। एनालिस्ट्स का पॉलीकैब इंडिया को लेकर जो औसत टारगेट प्राइस है, वह बुधवार के बंद भाव से इस शेयर में करीब 14.5 फीसदी की तेजी का अनुमान जताता है।
प्रमुख एनालिस्ट्स में, जेफरीज ने पॉलीकैब को 7,000 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो सबसे अधिक है। यह बुधवार के बंद भाव से स्टॉक में करीब 42 फीसदी की तेजी का उम्मीद जगाता है। पॉलीकैब इंडिया के शेयर 2019 में सूचीबद्ध हुए थे और तब से यह निवेशकों को करीब 10 गुना का रिटर्न दे चुका है।
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।