UIDAI यानि यूनीक ऑथेंटिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया 12 अंक वाली आईडी देते हैं जो किसी की पहचान और एड्रेस का सबूत होते हैं। आधार एक जरूरी डॉक्यूमेंट है। इसका इस्तेमाल बैंक खाता खोलने, इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने, गैस या फोन कनेक्शन के लिए, संपत्ति खरीदने, निवेश करने और सरकारी सब्सिडी लेने में काम आता है।
आधार नंबर सभी भारतीयों को मिल सकता है। नाबालिग हो या 18 साल से कम उम्र के लोग भी अपने माता-पिता और पते की जानकारी देकर आधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। नवजात शिशु भी आधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन जैसे ही उनकी उम्र 5 से 15 साल के बीच होती है तो उनका बायोमेट्रिक्स कराना होगा। अगर कोई NRI है तो वह पासपोर्ट की जानकारी देकर आधार के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अगर आपके पास डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं तो परिवार का मुखिया उस शख्स के साथ अपने रिलेशन से जुड़ा कोई डॉक्यूमेंट्स जमा कर सकते हैं। आवेदक इसके लिए रजिस्ट्रार की तरफ से वेरिफाइड इंट्रोड्यूशर की मदद भी ले सकता है। आधार एनरॉलमेंट सेंटर पर इंट्रोड्यूशर मौजूद होते हैं।
आधार कार्ड की वैलिडिटी लाइफ टाइम होती है। आधार कार्ड की वैलिडिटी खत्म हो रही है..ऐसे दावे करने वाले फर्जीवाड़े से दूर रहें।
नए फाइनेंस एक्ट के तहत PAN को आधार से जोड़ना अनिवार्य है।
आधार कार्ड खो जाने पर आप UIDAI वेबसाइट से e-Aadhaar डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा आप एनरोलमेंट सेंटर से भी प्रिंट ले सकते हैं
अगर आपके पास एड्रेस प्रूफ नहीं है तो आप एड्रेस वैलिडेशन लेटर के जरिए भी आधार में अपना पता बदलवा सकते हैं।
अगर आप अपने बैंक अकाउंट से आधार को लिंक करते हैं तो सरकारी योजनाओं का फायदा आपको आसानी से मिल सकता है। आप इंटरनेट बैंकिंग के साथ ही बैंक जाकर भी अपने अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक कर सकते हैं।
अपने नजदीकी पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम्स (PDS) सेंटर जाकर राशन कार्ड से आधार को लिंक करा सकते हैं।
अपने एंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF) अकाउंट को आधार से लिंक करने के लिए EPFO पोर्टल पर जाएं और आसान प्रोसेस से यह काम पूरा करें।
अपने सभी डॉक्यूमेंट एकसाथ जमा करके आप आधार एनरोलमेंट या करेक्शन फॉर्म भर सकते हैं।