दुधारू जानवर खरीदना किसी किसान के लिए हमेशा आसान नहीं होता। अक्सर लोग बिना सही जानकारी के गाय या भैंस खरीद लेते हैं, जिससे उन्हें बाद में नुकसान उठाना पड़ता है। सही जानवर पहचानने के कुछ आसान तरीके हैं, जिन्हें जानकर किसान अपनी मेहनत और पैसा दोनों बचा सकते हैं। अररिया जिले के किसान सहदेव यादव का कहना है कि गाय-भैंस खरीदते समय चार दांत वाला पशु सबसे अच्छा माना जाता है। ये चार दांत वाला जानवर लगभग तीन से साढ़े तीन साल की उम्र का होता है, जो दूध देने और बच्चों को जन्म देने के लिए सबसे उपयुक्त होता है।
इस उम्र में पशु न बहुत छोटा होता है और न ही बूढ़ा, और उसके दांत अभी पूरी तरह घिसे नहीं होते। इसलिए चार दांत वाला पशु खरीदना किसान के लिए सुरक्षित और लाभकारी साबित होता है।
चार दांत वाला पशु लगभग तीन से साढ़े तीन साल का होता है। इस उम्र में पशु न बहुत छोटा होता है और न ही बूढ़ा। ये दूध देने और बच्चे पैदा करने के लिए बिल्कुल सही अवस्था होती है। इसके अलावा, दांत घिसने का समय अभी नहीं आता, जिससे पशु की सही उम्र का अंदाजा लगता है।
चार दांत होने का मतलब है कि गाय या भैंस कम उम्र की और हेल्दी है। ये उम्र पशुपालकों के लिए सबसे फायदेमंद होती है। आजकल पशुपालन तेजी से बढ़ रहा है और अच्छी नस्ल के पशु रखने से किसान लाखों रुपये कमा रहे हैं।
पशु चिकित्सा अधिकारी क्या कहते हैं
पशु की उम्र उसके दांत देखकर तय की जाती है। जन्म के समय बीच के दो दूध के दांत होते हैं, जो एक महीने तक रहते हैं। उसके बाद चार दूध के दांत आ जाते हैं। जब पशु दो साल का होता है, तब बीच के दो स्थायी दांत निकलते हैं।
डॉ. विपुलभाई भंडारी के अनुसार, पशु खरीदते समय उसकी उम्र का सही अंदाजा लगाना जरूरी है। सही जांच न होने पर ज्यादा उम्र के पशु की खरीद से नुकसान हो सकता है।
उम्र बढ़ने के साथ दांत कैसे बदलते हैं
साढ़े तीन साल: बीच के दो स्थायी दांत और उनके बगल के दो दांत (कुल चार) निकलते हैं।
साढ़े चार साल: तीन जोड़ी स्थायी दांत हो जाते हैं।
साढ़े पांच साल: चार जोड़ी स्थायी दांत (कुल आठ) निकल जाते हैं।
छह साल से ज्यादा: बीच के दांत घिसने लगते हैं।
आठ साल: सभी आठ दांत पूरी तरह घिस जाते हैं।