Budh Asta 2025: बुध ग्रह को संचार, बुद्धि, तर्क, यात्रा और व्यापार का कारक ग्रह माना जाता है। इनके अस्त होने का सीधा प्रभाव इन क्षेत्रों से जुड़े जातकों के जीवन पर पड़ता है। उनकी कुंडली में अगर ये ग्रह मजबूत स्थिति में है, तो सब ठीक है और नहीं तो परेशानियां आती हैं। ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह वृश्चिक राशि में अस्त हो गए हैं। ये मंगल की राशि है और इससे पहले मंगल भी स्वराशि में अस्त हो चुके हैं। वृश्चिक राशि में मंगल और बुध की युति बहुत शक्तिशाली युति है। चूंकि ये दोनों ग्रह अस्त हैं, इसलिए इनकी अवस्था कमजोर है। इन दोनों ग्रहों के अस्त होने की वजह से 6 राशियों के जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। आइए जानें कौन सी हैं ये राशियां और कब उदय होंगे ये ग्रह?
23 नवंबर तक रहना होगा सावधान
बुध ग्रह 14 नवंबर की मध्य रात्रि को यानी 3 बजकर 1 मिनट पर मंगल की राशि वृश्चिक में अस्त हो गए। यहां मंगल ग्रह पहले से ही विराजमान हैं। बुध 23 नवंबर को तुला राशि में गोचर कर जाएंगे, जिससे इन राशियों की समस्याएं भी खत्म हो जाएंगी।
मेष राशि : बुध आपकी राशि से आठवें भाव में अस्त हुए हैं। ये छठे भाव के स्वामी हैं। बुध ग्रह के अस्त होने से अनुकूल अवसरों के बावजूद इनके सामने समस्याएं आ सकती हैं। अगर आप बिजनेसमैन है तो कामकाज में लापरवाही से धन का काफी नुकसान हो सकता है।
वृषभ राशि : वृष्भ राशि के जातकों के लिए बुध और मंगल का अस्त होना मध्यम फलदायी रहने वाला है। इस राशि वालों को 23 नवंबर तक दोस्तों की वजह से परेशानी हो सकती है और कुछ काम भी अटक सकते हैं। व्यक्तिगत स्तर पर जीवनसाथी के साथ दिक्कतें हो सकती हैं।
सिंह राशि : बुध और मंगल ग्रह के अस्त होने की वजह से सिंह राशि वालों को माता के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में आप उनका समर्थन हो सकते हैं और अपनी इच्छा के विरुद्ध यात्रा करनी पड़ सकती है।
वृश्चिक राशि : दोनों की ग्रह आपकी राशि के लग्न भाव में अस्त हैं। ये स्थिति सेहत के लिहाज से सही नहीं है। आप ऑफिस की राजनीति का शिकार हो सकते हैं और अनावश्यक झगड़ों में फंस सकते हैं। ये आपकी प्रतिष्ठा पर बुरा असर डालेगा। व्यापारियों के लिए भी सौदे करने के लिए अच्छा समय नहीं है।
कुंभ राशि : बुध और मंगल ग्रह का एक राशि में अस्त होने से कुंभ राशि वालों को निजी और पेशेवर जिंदगी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। करियर के लिहाज से भी यह समय बहुत अच्छा नहीं है। बच्चों की सेहत मानसिक तनाव का कारण बन सकती है।