
अयोध्या की यह मेरी पहली यात्रा थी पर आखिरी नहीं है। मैं अपने मित्रों और परिवारजनों के साथ फिर अयोध्या जाऊंगा और इस प्राचीन और दिव्य भूमि से यह प्रेरणा लेता रहूंगा कि हम अपनी राम भक्ति को राष्ट्र भक्ति के साथ मिला दें और सब सब मिलकर एक सशक्त, समर्थ और संवेदनशील भारत के निर्माण में अपने जीवन को लगा दें
अपडेटेड Jan 26, 2024 पर 09:56 AM