Independence Day 2025: भारत आज 15 अगस्त 2025 को अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) की धूमधाम से खुशियां मना रहा है। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे सामान्य कारों से अलग, सेना की कारों को खास तकनीक और बदलावों के साथ तैयार किया जाता है। ये बदलाव सेना को किसी भी मुश्किल हालात में तेजी से और सुरक्षित तरीके से एक जगह से दूसरी जगह पहुँचने में मदद करते हैं।
आम कारों का होता है उपयोग
भारतीय सेना भी अपने लिए आम कारों का ही उपयोग करती हैं। सेना के पास भी कई ऐसी कारें हैं जो देश में कोई भी व्यक्ति शोरूम पर जाकर खरीद सकता है।
ऊंची गाड़ियों का होता है उपयोग
भारतीय सेना मुख्यतौर पर ऊंची गाड़ियों का जैसे Mahindra Scorpio, Tata Safari, Toyota Hilux, Maruti Gypsy का ज्यादा प्रयोग करती हैं। इनमें से मारुति जिप्सी और टाटा सफारी को सेना लंबे समय से उपयोग में ला रही है।
भारत में सेना को जो गाड़ी उपयोग के लिए दी जाती हो वो ऑफ रोडिंग क्षमता से लैस होती है। क्योंकि सेना को हर तरह के रास्ते पर चलना होता है, इसलिए सेना की हर गाड़ी को 4X4 के साथ ही बनाया जाता है।
क्यों खास रंग के साथ आती हैं सेना की कारें?
सेना की कारों को सफेद, लाल, नीले, सिल्वर जैसे रंगों से पेंट नहीं किया जाता है। बल्कि सेना की गाड़ियों के लिए खासतौर पर हरे रंग का उपयोग किया जाता है। आपको बता दें कि सेना की गाड़ियों में हरे रंग का उपयोग मुख्य रूप से छलावरण (camouflage) के लिए किया जाता है, ताकि वे प्राकृतिक वातावरण में आसानी से छिप सकें और दुश्मन की नजर से बच सकें।
होती है हथियार रखने की जगह
सामान्य कारों में सामान रखने के लिए जगह दी जाती है, लेकिन सेना की कारों में भी सामान रखने के लिए अच्छा खासा स्पेस दिया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि जवान हथियार, सुरक्षा सामग्री रख सकें। क्योंकि जवानों को कब किस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ जाए इसकी जानकारी पहले से नहीं होती है।
बुलेटप्रूफ होती हैं कारें
भारतीय सेना की सुरक्षा के लिए उनके उपयोग में आने वाले गाड़ियों को बुलेटप्रूफ बनाया जाता है। ताकि वो कठिन से कठिन परिस्थिति में भी खुद को सुरक्षित रखते हुए देश की रक्षा कर पाएं।
सेना की हर गाड़ी में हुक को भी लगाया जाता है। जिससे वह जरुरत पड़ने पर दूसरे वाहन को खींचकर ले जा सकें।
तेजी और भारी सामान उठाने के लिए सेना की कारों का इंजन सामान्य कारों से ज्यादा पावरफुल होता है।
सेना की कुछ गाड़ियों में हाई-कम्युनिकेशन सिस्टम, GPS, रेडियो और नेविगेशन की सुविधा होती है, जिससे मुश्किल हालात में भी सेना तेज और सुरक्षित तरीके से हर जगह पहुंच सकती है।