भारत-चीन रिश्तों में सुधार से BYD को मिलेगा बाजार में कदम जमाने का मौका
BYD कंपनी भारत में नए सिरे से प्रवेश करने की तैयारी कर रही है, इस बारे में जानकार लोगों का कहना है कि भारत और चीन के बीच बेहतर होते रिश्ते अब इस चीनी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी के लिए दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में कदम जमाने का रास्ता आसान बना रहे हैं।
भारत-चीन रिश्तों में सुधार से BYD को मिलेगा बाजार में कदम जमाने का मौका
BYD कंपनी भारत में नए सिरे से प्रवेश करने की तैयारी कर रही है, इस बारे में जानकार लोगों का कहना है कि भारत और चीन के बीच बेहतर होते रिश्ते अब इस चीनी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी के लिए दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में कदम जमाने का रास्ता आसान बना रहे हैं।
पिछले पांच साल तक दूर से परिचालन का प्रबंधन करने के बाद, द्विपक्षीय यात्रा प्रतिबंधों में ढील से BYD इंडिया के प्रबंध निदेशक केत्सु झांग को अगले कुछ महीनों में भारत की यात्रा करने की अनुमति मिल जाएगी। यह जानकारी जानकार लोगों ने दी, जिन्होंने निजी योजनाओं पर चर्चा न करने की शर्त पर नाम न बताने की इच्छा जताई।
उन्होंने बताया कि शेन्ज़ेन (Shenzhen) स्थित कार निर्माता ने वरिष्ठ प्रबंधकों और इंजीनियरों के लिए वीजा हासिल करना शुरू कर दिया है, जिससे कंपनी को प्रशिक्षण कार्यक्रम पुनः शुरू करने, मशीनरी की सर्विस करने और दक्षिण भारत में अपने कारखाने की स्थिति का आकलन करने में मदद मिलेगी।
इसी बीच, दुनिया की सबसे बड़ी ईवी निर्माता कंपनी भारत में अगले साल की शुरुआत में अपनी Atto 2 कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च करने पर विचार कर रही है। यह कंपनी की अब तक की सबसे सस्ती कार होगी, जो सीधे तौर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसे लोकल मास-मार्केट ब्रांड्स को चुनौती देगी।
हालांकि, BYD के एक प्रतिनिधि ने भारत आने की उनकी सीनियर लीडरशिप की योजना या नई सस्ती कार लॉन्च करने को लेकर भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया है।
भारत द्वारा चीनी यात्रियों के लिए व्यावसायिक वीजा की बहाली से BYD को देश में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का अवसर मिला है, जो कुछ महीने पहले तक भारत-चीन संबंधों में आई ठंडक के बीच पहुंच से बाहर लग रहा था। इस कूटनीतिक समझौते से अब BYD को भारतीय बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने का बेहतरीन मौका मिलने की उम्मीद है, क्योंकि 2023 में देश में विनिर्माण केंद्र स्थापित करने का उसका प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया गया था।
भारत में आयातित कारों पर 70% स्थानीय शुल्क लगने के बावजूद, BYD अपनी Atto 2 की कीमत 20 लाख रुपये ($22,690) से काफी कम रखने की योजना बना रही है, जो मास मार्केट सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। विनफास्ट ऑटो लिमिटेड ने पिछले हफ्ते अपनी कॉम्पैक्ट SUV VF6, जो भारत में उसका सबसे सस्ता मॉडल है, को लॉन्च करने की घोषणा की, जिसकी शुरुआती कीमत 16 लाख रुपये है।
बता दें कि BYD भारत में पहले से ही Atto 3 सहित चार मॉडल बेचती है और बिक्री के लिहाज से भारत में चौथी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी सड़क पर चलने की क्षमता के लिए स्थानीय नियामक अनुमोदन प्राप्त करने की भी योजना बना रही है, जिससे वह प्रति वर्ष 2,500 कारों के मौजूदा कोटे से ज्यादा वाहनों का आयात कर सकेगी।
सूत्रों ने बताया कि अपनी भारत यात्रा के दौरान झांग के नई दिल्ली में सरकारी अधिकारियों से मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद वह BYD के पैसेंजर व्हीकल प्लांट का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने बताया कि हाल के सप्ताहों में कुछ इंजीनियरों को यात्रा की अनुमति दे दी गई है और उम्मीद है कि वाइस-प्रेसिडेंट स्तर के अधिकारी भी जल्द ही भारत आने वाले हैं।
एक सूत्र ने बताया कि BYD के अन्य वरिष्ठ नेता अगले कुछ सप्ताह में वीजा के लिए आवेदन करेंगे।
'सही विकल्प'
हालांकि 2020 में सीमा विवाद के बाद भारत-चीन के संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन नई दिल्ली को बीजिंग से जरूरी खनिज और टेक्नोलॉजी की जरूरत है। इसके साथ ही अमेरिका के टैरिफ्स को लेकर साझा आर्थिक चिंताएं दोनों देशों को अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। पिछले महीने भारत और चीन ने पांच साल से अधिक की दूरी के बाद डायरेक्ट फ्लाइट्स फिर से शुरू करने पर सहमति दी।
गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगस्त में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद उनकी यह पहली मुलाकात थी, और शी ने मोदी से कहा कि उन्हें सीमा विवादों को अपने रिश्तों पर हावी नहीं होने देना चाहिए। शी ने कहा कि दोस्त बने रहना ही "सही विकल्प" है।
मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि नेताओं की मुलाकात के बाद, BYD ने भारत में अपने डीलरशिप्स को फोन पर बताया कि उन्हें दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि झांग को चीन स्थित भारतीय दूतावास ने 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया था।
एक सूत्र ने बताया कि BYD का तत्काल ध्यान बाजार की स्थितियों को समझने, अपनी मौजूदा फैक्ट्री की स्थिति का आकलन करने और भारत में अपने पैसेंजर व्हीकल व्यवसाय में हिस्सेदारी बढ़ाने की संभावनाओं का मूल्यांकन करने पर रहेगा।
एक दूसरे सूत्र ने बताया कि अधिकारी बाद में बैटरी पैक असेंबली से संबंधित प्रस्तावों पर भी विचार कर सकते हैं और शुरुआती दौर की यात्राओं के दौरान किसी नए निवेश की घोषणा की योजना नहीं है।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने पिछले महीने बताया था कि कंपनी लिथियम-आयन बैटरी निर्माण के लिए अडानी समूह के साथ पार्टनरशिप पर बातचीत कर रही है, क्योंकि भारतीय समूह तकनीक-आधारित साझेदारियों के लिए चीनी कंपनियों का तेजी से उपयोग कर रहे हैं।
BYD का भारत में विस्तार ऐसे समय पर होगा जब भारत वैश्विक ऑटोमेकर्स और ईवी सप्लाई चेन को आकर्षित करने के प्रयास तेज कर रहा है, जिससे नई दिल्ली की स्वच्छ वाहन निर्माण केंद्र बनने की महत्वाकांक्षाओं को बल मिल सकता है।