Budget 2024 Date: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2025-26 को बजट पेश करेंगी। ये बजट मोदी सरकार के तीसरे टर्म का पहला पूर्ण बजट है। देश में कुछ साल पहले तक बजट 28 फरवरी को पेश किया जाता था लकिन कुछ साल पहले ही मोदी सरकार के कार्यकाल में ही बजट पेश करने के दिन को बदला गया। पहले ये महीने के अंतिम दिन पेश किया जाता था लेकिन अब महीने की शुरुआत 1 फरवर को ही बजट पेश किया जाता है। 28 फरवरी को बजट पेश किया जाना भारत की परंपरा नहीं थी। हम सिर्फ ब्रिटिश समय (colonial era) की परंपराओं का पालन कर रहे थे। साल 2017 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने घोषणा की कि केंद्रीय बजट अब फरवरी के आखिरी कामकाजी दिन पर पेश नहीं किया जाएगा जैसा कि ब्रिटिश समय (colonial era) में हुआ करता था।
क्यों बदली गई बजट की तारीख?
ब्रिटिश काल की इस परंपरा से छुटकारा पाने के अलावा इस बदलाव के पीछे एक खास वजह थी। बजट फरवरी की आखिरी तारीख को पेश किया जाता था। ऐसे में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए बजट के प्रावधानों को लागू करने में काफी परेशानियां आती थी। इस समस्या को हल करने के लिए तत्कालीन वित्त मंत्री जेटली ने बजट की तारीख बदलने का सुझाव दिया और 2017 में केंद्रीय बजट महीने के अंत के बजाय फरवरी की शुरुआत में पेश किया गया।
रेलवे बजट को आम बजट में जोड़ दिया गया
सिर्फ बजट की तारीख ही नहीं जेटली ने रेलवे के लिए अलग बजट पेश करने की 92 साल पुरानी ब्रिटिश परंपरा को भी खत्म कर दिया, उन्होंने 2017 में रेलवे बजट को केंद्रीय बजट में मिला दिया। पहले रेलवे बजट अलग से पेश किया जाता था। ये आम बजट से दो दिन पहले पेश किया जाता था। फिर ये परंपरा भी खत्म कर दी गई।
बजट का समय सुबह 11 बजे किया गया?
1999 तक केंद्रीय बजट फरवरी के आखिरी दिन शाम 5 बजे पेश किया जाता था। यह ब्रिटिश-भारत की परंपरा थी, जिसे आजादी के बाद भी नहीं बदला गया। यह जानना भी बेहद दिलचस्प है कि शाम 5 बजे बजट प्रेश करने का समय कहां से आया। ब्रिटिश समय में बजट सुबह 11 बजे (स्थानीय समय) पेश किया जाता था, जो भारत में शाम 5 बजे होता था क्योंकि भारतीय समय क्षेत्र ब्रिटिश टाइम से 4.50 घंटे आगे है।