Union Budget : बजट का एक बड़ा फोकस महंगाई काबू करने पर हो सकता है। वित्त मंत्री दालों, खाद्य तेलों और प्याज, टमाटर की महंगाई को काबू में रखने के लिए PM आशा स्कीम के बजट आवंटन में बढ़ोतरी कर सकती है। इस पर ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता असीम मनचंदा ने बताया कि इस पर महंगाई का बजट कनेक्शन तगड़ा रहने वाला है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक महंगाई काबू में रखने के लिए बजट बढ़ेगा। इस बार के बजट में PM आशा स्कीम के बजट में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके लिए बजट में 10000-12000 करोड़ रुपए का आवंटन संभव है।
सूत्रों के मुताबिक इस बजट में प्राइस सपोर्ट स्कीम और प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड में बढ़ोतरी हो सकती है। सरकार सभी दालों की खरीदारी MSP पर करेगी। जरूरत पड़ने पर यही दाल उपभोक्ता को सस्ते में मिलेगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि प्याज और टमाटर की महंगाई काबू में रखने के लिए भी खास कदम उठाए जा सकते हैं। इसके लिए सरकार प्राइस सपोर्ट स्कीम फंड का इस्तेमाल करेगी। इसी फंड से ऑयल सीड्स जैसे सोयाबीन और सरसों की खरीदारी की जाएगी।
साबुन से लेकर तेल की महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ रखी है। मार्केटिंग डेटा और एनालिटिक्स कंपनी कांतार ने हाल ही में अपने भारत केंद्रीय बजट सर्वेक्षण के चौथे संस्करण के निष्कर्ष जारी किए हैं। यह सर्वे 1 फरवरी, 2025 को पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2025 से पहले उपभोक्ताओं की भावनाओं और अपेक्षाओं का संकेत है। कांतार की रिपोर्ट से पता चलता है कि 59 फीसदी भारतीय महंगाई से परेशान हैं। अधिकांश लोगों को उम्मीद है कि 2025 का केंद्रीय बजट संरक्षणवादी नीतियों को लागू करके आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने पर फोकस करेगा जिससे टिकाऊ विकास, रोजगार सृजन और जीवन जीने की उच्च लागत जैसी चुनौतियों का समाधान हो सकेगा।
भारतीयों को उम्मीद है कि सरकार आगामी केंद्रीय बजट में वेतनभोगी वर्ग, विशेषकर मध्यम आय वालों को आयकर में राहत प्रदान करेगी। 59 फीसदी भारतीयों ने बढ़ती महंगाई को अपनी प्राथमिक चिंता बताया है। यह संख्या पिछले साल के 57 फीसदी से भी ज़्यादा है।