Economic survey: FM ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश कर दिया है। इसमें वित्त वर्ष FY26 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.3-6.8 फीसदी रखा गया है। आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 में कहा गया है कि रिटेल महंगाई के लक्षित स्तर पर बने रहने की उम्मीद है। महंगाई दर की स्थिति संतुलित स्तर पर बरकरार है। ट्रेड आउटलुक में अनिश्चितता बरकरार रहना संभव है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में बदलाव के आधार पर मापी जाने वाली खुदरा महंगाई वित्त वर्ष 2024 के 5.4 फीसदी से घटकर अप्रैल-दिसंबर 2024 में 4.9 फीसदी पर रही है। यह गिरावट वित्त वर्ष 2024 और अप्रैल-दिसंबर 2024 के बीच कोर (गैर-खाद्य, गैर-ईंधन) महंगाई में 0.9 फीसदी गिरावट कारण हुई है।
ग्लोबल कमोडिटी कीमतें घटने की उम्मीद
इसमें आगे कहा गया है कि ट्रेड आउटलुक में अनिश्चितता बरकरार रहना संभव है। Near-Term में ग्लोबल ग्रोथ प्रभावित रह सकती है। FY26 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.3-6.8 फीसदी है। घरेलू मोर्चे पर ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। रूरल डिमांड बढ़ने से खपत में बढ़ोतरी होगी। ग्लोबल कमोडिटी कीमतें घटने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में खाद्य महंगाई में नरमी दिख सकती है।
चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2023 की अवधि में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली
चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2023 की अवधि में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है। सर्विस सेक्टर में लगातार ग्रोथ बरकरार है। मैन्युफैक्चरिंग के मोर्चे पर काफी चुनौतियां हैं। ग्लोबल चुनौतियों के बावजूद देश से होने वाला एक्सपोर्ट बढ़ा है। वित्त वर्ष 2025 के 9 महीने तक एक्सपोर्ट में स्थिर ग्रोथ देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2025 के 9 महीने तक एक्सपोर्ट ग्रोथ 6 फीसदी बढ़ा है। वित्त वर्ष 2025 के 9 महीने तक देश से 60,260 करोड़ डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ है। दिसंबर तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 64,030 करोड़ डॉलर के स्तर पर था।