Services PMI for July : भारत का सर्विस सेक्टर दूसरी तिमाही की शुरुआत में मजबूत दिख रहा है। एचएसबीसी सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (PMI) जुलाई में 60.5 पर रहा, जबकि जून में यह 60.7 पर था। यह लगातार दूसरा महीना है जब यह 60 अंक से ऊपर रहा है, जो कारोबारी गतिविधि में मज़बूत विस्तार का संकेत है। जुलाई सर्विसेज PMI, अगस्त 2024 के ऊपरी स्तर पर रही है। जुलाई सर्विसेज PMI महीने दर महीने आधार पर 60.4 से बढ़कर 60.5 पर रही है। जुलाई कंपोजिट PMI 61 से बढ़कर 61.1 (MoM) पर रही है। बता दें कि कंपोजिट PMI, सर्विसेज PMI और मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई का औसत होती है।
बता दें कि 50 का स्तर सर्विस सेक्टर की गतिविधि में विस्तार और संकुचन के विभाजक रेखा का काम करता है। यानी सर्विसेज PMI की 50 से ऊपर की रीडिंग सर्विस सेक्टर की गतिविधि में विस्तार का संकेत देती है। जबकि 50 से नीचे की रीडिंग सर्विस सेक्टर की गतिविधि में संकुचन का संकेत होती है।
सर्विस सेक्टर की मजबूती मैन्यूफैक्चरिंग की मजबूती को दर्शाती है जो बाहरी चुनौतियों से जूझ रहा है। भारत का मैन्युफैकचरिंग पीएमआई जुलाई में 16 महीने के उच्चतम स्तर 59.1 पर पहुंच गया है, जो पिछले महीने 58.4 था। लेकिन हाई अमेरिकी टैरिफ के संभावित असर को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। ये बढ़े टैरिफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के बाद 7 अगस्त से लागू होंगे।
भारत को मज़बूत घरेलू मांग का फ़ायदा मिल रहा है, लेकिन अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अमेरिका द्वारा लगाया गया 25 फीसदी टैरिफ़ और रूस पर जुर्माना वित्त वर्ष 26 में जीडीपी ग्रोथ रेट को 10-30 बेसिस प्वाइंट तक घटा सकता है। भारतीय अर्थव्यवस्था के अभी भी 6 फीसदी से ज़्यादा की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो पहले के अनुमानों से थोड़ा कम है। मंदी के बावजूद, भारत के विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखने की उम्मीद है।
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