जीवन अकसर हमें एक सीधी राह पर चलता हुआ दिखता है पढ़ाई पूरी करो, नौकरी पाओ और करियर बनाओ। लेकिन कभी-कभी यह राह बीच में ही गलत लगने लगती है। ऐसी ही कहानी है आकृति गोयल की, जिन्होंने 2015 में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और एक सफल करियर बनाया, लेकिन 2026 में वह डॉक्टर बनने जा रही हैं।
आकृति ने अपनी पढ़ाई BITS पिलानी से पूरी की और स्टार्टअप्स की तेज रफ्तार दुनिया में कदम रखा। लगभग एक दशक तक उन्होंने टीमों का नेतृत्व किया, अच्छी सैलरी पाई और बाहर से देखा जाए तो उनके पास सब कुछ था। लेकिन अंदर ही अंदर वह थकान और खालीपन महसूस कर रही थीं। बचपन से डॉक्टर बनने का सपना उनके दिल में कहीं दबा हुआ था, और धीरे-धीरे यह एहसास गहरा होता गया कि असली संतुष्टि उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में ही मिलेगी।
2015 से 2023 तक का सफर उनके लिए कॉर्पोरेट सफलता का था, लेकिन 2023 में उन्होंने साहसिक निर्णय लिया और सब कुछ छोड़कर मेडिकल की पढ़ाई शुरू की। उन्होंने NEET UG परीक्षा दी और उसे पास किया। यह आसान नहीं था, क्योंकि लगभग दस साल बाद फिर से किताबों और परीक्षा की तैयारी में लौटना किसी के लिए भी चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन आकृति ने साबित किया कि अगर जुनून सच्चा हो तो उम्र या करियर की दिशा मायने नहीं रखती।
अब आकृति हिंदू राव मेडिकल कॉलेज से MBBS कर रही हैं और 2026 तक डॉक्टर बनने का लक्ष्य रखती हैं। उनकी कहानी सिर्फ करियर बदलने की नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि “दूसरा मौका लेने में कभी देर नहीं होती।”
आकृति आज सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और अपने अनुभव साझा करती हैं ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हों। वह यह संदेश देती हैं कि चाहे आप इंजीनियर हों, शिक्षक हों या किसी भी पेशे में हों अगर दिल कहता है कि राह बदलनी चाहिए, तो हिम्मत करके कदम बढ़ाइए।