सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने ‘एक देश, एक छात्र आइडी’ योजना के तहत कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए अपार आईडी (APAAR ID) बनाना अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड ने यह फैसला छात्रों की सारी शैक्षिक जानकारी एक जगह सहेज कर रखने के लिए किया है। इससे छात्रों की डिजिटल डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और एडमिशन प्रक्रिया में तेजी लाने में मदद मिलेगी। इसके मुताबिक 2026 के सत्र से कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के पंजीकरण के लिए अपार आईडी बनाना अनिवार्य होगा।