इंटर कर रहे छात्रों और पेरेंट्स के सामने सबसे बड़ा सवाल होता है आगे क्या किया जाए। भारत में +2 के बाद इंजीनियरिंग आज भी स्टूडेंट का पसंदीदा करियर ऑप्शन है। टेक सेक्टर में बढ़ती मांग की वजह से सबसे ज्यादा छात्र कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजीनियरिंग (CSE) को चुनते हैं। देश के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में दाखिल होने के अनेक रास्तों में से एक है जॉइंट एंट्रेंस इग्जामिनेशन (JEE)।
जेईई में सफल होने वाले छात्रों की पहली पसंद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एडमिशन की होती है। आईआईटी लगातार राष्ट्रीय और वैश्विक रैंकिंग (NIRF) में टॉप पोजीशन पर बने हुए हैं। खासतौर से आईआईटी मद्रास एनआईआरएफ में लगातार 5 साल से इंजीनियरिंग रैंकिंग में टॉप पर है। आज हम आपको सीएसई में देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों के बारे में बता रहे हैं।
2024 में एनआईआरएफ इंजीनियरिंग रैंक में ये संस्थान रहे टॉप 10 में
आईआईटी मद्रास ने 1973 में आईबीएम 370 कंप्यूटर सिस्टम के साथ कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट बनाया। इसमें 1983 में कंप्यूटर साइंस में बी.टेक. प्रोग्राम शुरू हआ। प्लेसमेंट के लिहाज से, 2024 में आईआईटी मद्रास में कंप्यूटर साइंस में बीटेक के लिए मीडियन और एवरेज सीटीसी क्रमश: 37.50 लाख रुपये और 52.32 लाख रुपये रहा। दोहरी डिग्री वाले छात्रों के लिए मीडियन और एवरेज सीटीसी 84 लाख रुपये प्रति वर्ष का पैकेज रहा।
आईआईटी दिल्ली का कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट 1982 में बना। प्लेसमेंट में, यहां के सीएसई छात्रों को माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (आरएंडडी), सैमसंग आरएंडडी नोएडा, आईबीएम, एचसीएल टेक, माइक्रोन, डेमलर ट्रक्स और क्वांटमस्ट्रीट एआई जैसी प्रमुख कंपनियों से ऑफर मिले।
इस इंस्टीट्यूट में कंप्यूटर का इस्तेमाल 1967 में मिन्स्क II कंप्यूटर के साथ शुरू हुआ था। आज, इसके कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की देश में सबसे ज्यादा मांग है। 2023-24 के प्लेसमेंट सीजन में, डिपार्टमेंट के 230 को प्लेसमेंट मिला। यह सीएसई स्ट्रीम में छात्रों का हाईएस्ट प्लेसमेंट रेट है।
आईआईटी कानपुर में 1963 में आईबीएम 1620 सिस्टम के साथ कंप्यूटर एजुकेशन शुरू हुई थी। 1964 से 1975 तक, यहां प्रोग्रामिंग में लगभग 30 शॉर्ट कोर्स कराए गए। यहीं भारत में कंप्यूटर साइंस एजुकेशन की नींव पड़ी। आईआईटी कानपुर से 2024-25 के प्लेसमेंट सीजन में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, क्वालकॉम, इंटेल, ओरेकल, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स, डेटाब्रिक्स, रिलायंस और अमेरिकन एक्सप्रेस में प्लेसमेंट मिला।
आईआईटी खड़गपुर में कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट 1980 में बना और इसका पहला बी.टेक बैच 1982 में ग्रैजुएट हुआ। हाल के प्लेसमेंट साइकिल में, आईआईटी खड़गपुर 9 स्टूडेंट को 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का पैकेज मिला, इसमें सबसे ज्यादा 2.14 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का था।