देश के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट्स में जगह बनाना दिन-ब-दिन चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। जैसा कि JEE Main 2025 के आंकड़े बताते हैं, केवल 16.96% छात्र ही JEE Advanced के लिए क्वालिफाई कर पाए। ऐसे में JEE Main 2026 की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि उनकी IIT में सीट मिलने की संभावना क्या है और वे कैसे स्मार्ट तैयारी कर सकते हैं।
पिछले तीन वर्षों के डेटा के अनुसार, JEE Main 2026 में कुल अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ेगी, जिससे प्रतियोगिता और भी कड़ी होगी। पिछली बार के मुकाबले, क्वालिफाई करने वाले छात्रों का प्रतिशत कम हो गया है। JEE Main में क्वालिफाई करने के लिए ज्यादातर वर्गों के लिए कटऑफ लगभग 88-90 पर्सेंटाइल के बीच रहने की संभावना है। जनरल कैटेगरी के लिए लगभग 90-95 अंक, वहीं अन्य कैटेगरी के लिए थोड़ी राहत हो सकती है।
तैयारी केवल ज्यादा पढ़ाई ही नहीं, बल्कि स्मार्ट रणनीति की मांग करती है। विशेषज्ञ छात्रों को पांच कदमों की तैयारी सलाह देते हैं:
1. मजबूत आधार बनाएं: NCERT की समझ पर खास जोर दें, क्योंकि JEE के सवाल अक्सर हेडिंग बेसिक्स पर आधारित होते हैं।
2. संतुलित अध्ययन योजना: हर विषय के लिए दिन में समय निर्धारित करें, जिससे कोई विषय अनदेखा न रह जाए।
3. मॉक टेस्ट का अभ्यास: शुरू-शुरू में हर 10-15 दिन मॉक टेस्ट दें और फाइनल फेज में हफ्ते में एक टेस्ट करें।
4. स्मार्ट रिविजन: विषय समाप्त होते ही मिस्टेक लॉगबुक बनाएँ और बार-बार रिवाइज करें।
5. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान: पर्याप्त नींद, ब्रेक, और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से तनाव कम करें।
तैयारी में बेहतर प्रदर्शन के लिए टिप्स
जिन छात्रों की तैयारी निरंतर और रणनीतिक रही है, वही बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। 95वें पर्सेंटाइल से ऊपर के अंक सुरक्षित माने जाते हैं। इस स्कोर के साथ, छात्रों को टॉप IIT में नामांकन के लिए बेहतर अवसर मिलते हैं।
IIT के लिए JEE Advanced क्वालीफाई करना पहला बड़ा पड़ाव है। इसमें केवल टॉप 2,50,000 JEE Main के छात्र ही शामिल हो पाते हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और बढ़ जाती है। IIT की सीटें सीमित हैं और प्रत्येक शाखा का कटऑफ अलग होता है। इसलिए शीर्ष IIT में प्रवेश के लिए CSE, ECE जैसी शाखाओं में लगभग 95+ पर्सेंटाइल तक पहुंचना जरूरी होता है।
JEE Main 2026 एक कठिन परीक्षा है, लेकिन सही रणनीति, लगन और स्मार्ट तैयारी से सफलता संभव है। छात्रों को अपने मजबूत और कमजोर पहलुओं का विश्लेषण कर और अनुशासित होकर तैयारी करनी चाहिए। इस प्रतिस्पर्धा को समझना और पूर्व तैयारी करना उनके IIT प्रवेश के सपने को साकार कर सकता है।