Bihar Chunav 2025: बिहार के वारिसनगर सीट पर किसका पलड़ा भारी? जानें- चुनावी इतिहास और समीकरण समेत सबकुछ
Bihar Elections 2025: वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति पूरी तरह से जातीय और सामाजिक समीकरणों पर आधारित रहती है। यहां कोइरी और कुर्मी समुदाय सबसे प्रभावशाली हैं और अक्सर चुनावी नतीजों पर सीधा असर डालते हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) के करीब 19 प्रतिशत मतदाता और लगभग 6 प्रतिशत मुस्लिम आबादी भी चुनावी तस्वीर तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं
Bihar Elections 2025: वारिसनगर बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से सीट संख्या 132 है
BiharAssemblyElections 2025:वारिसनगरविधानसभासीट बिहार के समस्तीपुर जिले की एक महत्वपूर्ण सीट है। यह बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से सीट संख्या 132 है। इस सीट पर आरक्षण नहीं है। यानी यह एक जनरल कैटेगरी की सीट है। यह सीट समस्तीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, जो कि SC आरक्षित सीट है उसके अंतर्गत आती है।
वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र में वारिसनगर और खानपुरप्रखंड पूरी तरह आते हैं। इसके अलावा शिवाजीनगरब्लॉक के कुछ पंचायतें मधुरापुर, रहतौली, दहियाररन्ना, परसा, भटौरा और दमरा मोहन, इस सीट का हिस्सा हैं। यहां की राजनीति में स्थानीय मुद्दे और जातीय समीकरण किसी भी पार्टी के लिए अहम भूमिका निभाते हैं।
वारिसनगरसीटकाइतिहास
2020 मेंयहांसेJDU केउम्मीदवारअशोककुमारनेजीतदर्जकीथी। उन्होंनेCPI(ML) केफूलबाबूसिंहकोलगभग 13,801 वोटोंकेअंतरसेहरायाथा। वहीं, 2015 में उसी पार्टी JDU के अशोक कुमार ने LJP के चंद्रशेखर राय को मुकाबले में बड़ी बढ़त से हराया। इसके साथ ही, 2010 में भी अशोक कुमार ही विजयी रहे।
राजनीतिकदलभीइन्हींसमीकरणोंकेआधारपरअपनीरणनीति बनाते हैं। JDU का आधार कोइरी, कुर्मी और अन्य पिछड़ा वर्ग यानी EBC समुदाय माना जाता है। वहीं, RJD यादव और मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश करती है।