Bihar Chunav 2025: बिहार के वारिसनगर सीट पर किसका पलड़ा भारी? जानें- चुनावी इतिहास और समीकरण समेत सबकुछ

Bihar Elections 2025: वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति पूरी तरह से जातीय और सामाजिक समीकरणों पर आधारित रहती है। यहां कोइरी और कुर्मी समुदाय सबसे प्रभावशाली हैं और अक्सर चुनावी नतीजों पर सीधा असर डालते हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) के करीब 19 प्रतिशत मतदाता और लगभग 6 प्रतिशत मुस्लिम आबादी भी चुनावी तस्वीर तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं

अपडेटेड Sep 14, 2025 पर 3:44 PM
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Bihar Elections 2025: वारिसनगर बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से सीट संख्या 132 है

Bihar Assembly Elections 2025: वारिसनगर विधानसभा सीट बिहार के समस्तीपुर जिले की एक महत्वपूर्ण सीट है। यह बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से सीट संख्या 132 है। इस सीट पर आरक्षण नहीं है। यानी यह एक जनरल कैटेगरी की सीट है। यह सीट समस्तीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, जो कि SC आरक्षित सीट है उसके अंतर्गत आती है।

वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र में वारिसनगर और खानपुर प्रखंड पूरी तरह आते हैं। इसके अलावा शिवाजीनगर ब्लॉक के कुछ पंचायतें मधुरापुर, रहतौली, दहियार रन्ना, परसा, भटौरा और दमरा मोहन, इस सीट का हिस्सा हैं। यहां की राजनीति में स्थानीय मुद्दे और जातीय समीकरण किसी भी पार्टी के लिए अहम भूमिका निभाते हैं।

वारिसनगर सीट का इतिहास


2020 में यहां से JDU के उम्मीदवार अशोक कुमार ने जीत दर्ज की थीउन्होंने CPI(ML) के फूलबाबू सिंह को लगभग 13,801 वोटों के अंतर से हराया थावहीं, 2015 में उसी पार्टी JDU के अशोक कुमार ने LJP के चंद्रशेखर राय को मुकाबले में बड़ी बढ़त से हराया। इसके साथ ही, 2010 में भी अशोक कुमार ही विजयी रहे।

पिछले चुनाव के विजेता

2020: अशोक कुमार (JDU)

2015: अशोक कुमार (JDU)

2010: अशोक कुमार (JDU)

2009: विश्वनाथ पासवान (LJP)

2005: महेश्वर हजारी (LJP)

2000: राम सेवक हजारी (JDU)

1996: भिखारी बैठा (जनता दल)

1995: पीताम्बर पासवान (जनता दल)

1990: पीताम्बर पासवान (जनता दल)

1985: राम सेवक हजारी (Independent)

1980: पीताम्बर पासवान (जनता पार्टी)

1977: पीताम्बर पासवान (जनता पार्टी)

1972: चुल्हाई राम (कांग्रेस)

1969: राम सेवक हजारी (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)

1967: राम सेवक हजारी (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)

1952: धनपति पासवान (सोशलिस्ट पार्टी)

1952: वशिष्ठ नारायण सिंह (सोशलिस्ट पार्टी)

वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र में क्या है वोटरों का गणित?

इस विधानसभा क्षेत्र में 2020 के चुनाव के समय कुल 3,22,259 मतदाता थेइनमें से 1,71,198 पुरुष, 1,51,050 महिलाएं और 11 थर्ड जेंडर के मतदाता थेउस चुनाव में लगभग 59% मतदान हुआ थायह इलाका ज्यादातर ग्रामीण इलाका है। यहां करीब 98% मतदाता गांवों से आते हैं। सिर्फ 1.6% लोग शहर से वोट डालते हैंयहां पर कोइरी और कुर्मी समुदाय की प्रभाव रहता हैइसलिए हर बार चुनाव में इन वर्गों का वोट ही नतीजे तय करने में सबसे अहम माना जाता है

लोकसभा का असर

2024 के लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर (SC) सीट पर LJP (रामविलास) की प्रत्याशी शांभवी चौधरी ने बड़ी जीत दर्ज की थीउन्होंने कांग्रेस के सनी हजारी को 1,87,251 वोटों के अंतर से हरायाशांभवी को कुल 5,79,786 वोट मिले, जबकि सनी हजारी को 3,92,535 वोट प्राप्त हुए

जातीय और राजनीतिक समीकरण

वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति पूरी तरह से जातीय और सामाजिक समीकरणों पर आधारित रहती हैयहां कोइरी और कुर्मी समुदाय सबसे प्रभावशाली हैं और अक्सर चुनावी नतीजों पर सीधा असर डालते हैंइसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) के करीब 19 प्रतिशत मतदाता और लगभग 6 प्रतिशत मुस्लिम आबादी भी चुनावी तस्वीर तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं

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राजनीतिक दल भी इन्हीं समीकरणों के आधार पर अपनी रणनीति बनाते हैं। JDU का आधार कोइरी, कुर्मी और अन्य पिछड़ा वर्ग यानी EBC समुदाय माना जाता है। वहीं, RJD यादव और मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश करती है।

Suresh Kumar

Suresh Kumar

First Published: Sep 14, 2025 3:38 PM

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