Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीति में सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है। महागठबंधन और NDA एक-दूसरे पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। इसी बीच, केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा'’ पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने बुधवार को तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए कहा, "ये थेथर राजनीति कर रहे हैं। पतित में भी महापति होता है और थेथर में महाथेथर होता है।"
बेगूसराय में मीडिया से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, "यह यात्रा जनता को समझाने या समझने की नहीं है। यह कांग्रेस और RJD के बीच ताकत दिखाने की कवायद है। इसमें जनता का कोई भला नहीं होने वाला है।" उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी पर भी तंज कसते हुए कहा, "दोनों नेताओं में तालमेल की कमी साफ दिखाई देती है। राहुल गांधी ने तेजस्वी को पूरी तरह स्वीकार नहीं किया है। यह यात्रा सिर्फ यह साबित करने की कोशिश है कि कौन बड़ा है और किसकी ताकत ज्यादा है। इसमें जनता को कुछ मिलने वाला नहीं है।"
इसके साथ ही, तेजस्वी यादव को घेरते हुए गिरिराज सिंह ने तीखी भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा "ये थेथर राजनीति कर रहे हैं। पतित में भी महापति होता है और थेथर में महाथेथर होता है।" उन्होंने तेजस्वी पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए कहा, "पूर्णिया एयरपोर्ट का वादा हो या चरवाहा विश्वविद्यालय का जुमला, जनता अब इन खोखले दावों को समझ चुकी है। चारा घोटाले को क्या ये भूल गए?"
वहीं, गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खुलकर तारीफ करते हुए RJD शासन को विफल बताया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और उनके परिवार के 15 साल के शासन में जो काम नहीं हुए, उन्हें नीतीश कुमार ने पूरा किया। राघोपुर का पुल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। पिताजी के शासन में यह पुल नहीं बना। लेकिन नीतीश कुमार ने इसे बनवाया। वहां की महिलाएं तक कह रही थीं कि बीमारी के समय गंगा पार करते-करते कई लोग जान गंवा देते थे, लेकिन अब पुल बन जाने से राहत मिली है।
बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। महागठबंधन जनता से जुड़ने और नीतीश सरकार पर सवाल उठाने की कोशिश में है। वहीं, NDA अपनी उपलब्धियों और विकास कार्यों को सामने रखकर माहौल बनाने में जुटा है। गिरिराज सिंह जैसे बयानों से साफ है कि चुनावी राजनीति अब और तीखी होती जाएगी।
बता दें कि मंगलवार (16 सितंबर) से तेजस्वी यादव ने जहानाबाद से बिहार अधिकार यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा का मकसद बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग जैसे मुद्दों को उठाना है। उन्होंने जनता से वादा किया कि यदि उन्हें मौका मिला तो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे।
इस यात्रा को लेकर महागठबंधन इसे जनता से जुड़ने का बड़ा अभियान बता रहा है। जबकि, NDA इसे सिर्फ राजनीतिक नाटक और ताकत दिखाने की कवायद करार दे रहा है। बिहार की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो चुका है। चुनाव से पहले नेताओं के बयानबाजी ने माहौल को और ज्यादा गरमा दिया है।