तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक कटाक्ष करते हुए उन्हें "अचेत" बताया था। कल्याण बिगहा में तेजस्वी के कटाक्ष का जवाब देते हुए एक ग्रामीण ने कहा, "मुख्यमंत्री जी अचेत नहीं हैं, बिल्कुल सचेत हैं"। कल्याण बिगहा नीतीश कुमार का पैतृक गांव है। यहां वो एक स्थानीय लड़का है, जिसने दो दशक पहले लालू प्रसाद को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर काम किया था। अब जब विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम समय बचा है, तो इस पर मुख्यमंत्री के गांव के लोगों का क्या कहना उसे भी जान लेते हैं।
CNN-News18 की ग्राउंड रिपोर्ट में गांव वालों का एक समूह कहता है, "जब राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तो वे शौचालय और सचिवालय में अंतर नहीं कर पाईं। वे अनपढ़ थीं, फिर भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। अब, वही परिवार उस मुख्यमंत्री पर कीचड़ उछालने की हिम्मत कर रहा है, जिसने राज्य की कायापलट की और जंगलराज का खात्मा किया।"
नालंदा के गांवों में घूमिए और कई लोग नीतीश कुमार को एक "बुद्धिमान नेता" बताएंगे, जिनकी बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता की बिहार में बहुत जरूरत है। कई बुजुर्ग कहते हैं कि बिहार में किसी की उम्र का मजाक उड़ाना अच्छा नहीं माना जाता।
ओम राम सड़क के मोड़ पर बैठकर अखबार पढ़ते हुए कहते हैं, "सिर्फ इसलिए कि कोई बूढ़ा हो गया है, इसका मतलब ये नहीं कि हमें उससे छुटकारा पा लेना चाहिए।" राम खुद 70 साल के हैं और कहते हैं कि उन्होंने 2005 से अपनी आंखों के सामने राज्य में बदलाव देखा है, जहां अराजकता अतीत की बात बन गई है।
गंगा नदी में नाव की सवारी के दौरान RJD समर्थकों के एक समूह ने कहा कि नीतीश कुमार के हालिया सार्वजनिक हावभाव से पता चलता है कि उनकी मानसिक हालत पहले से बदल गई है और उन्हें सम्मान के साथ अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
नीतीश कुमार के एक समर्थक ने कहना है, "वह अब नौकरशाहों पर बहुत ज्यादा निर्भर हो गए हैं। मुख्यमंत्री को नौकरशाही पर नियंत्रण रखना होगा... वरना, राज्य का नेतृत्व जारी रखने के लिए उन्हें एक और कार्यकाल मिलना चाहिए।"
पटना के मरीन ड्राइव पर एक युवक का कहना है कि नीतीश कुमार को आजीवन मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए। वह व्यक्ति दावा करता है, "पटना उनकी वजह से बदला है।"
महिलाएं कुमार की सबसे बड़ी समर्थक बनी हुई हैं। पहले शराबबंदी, और अब देश की सवा करोड़ से ज्यादा महिलाओं को 10,000 रुपए की सहायता- कल्याण बिगहा और आस-पास के गांवों की महिलाओं का कहना है कि नीतीश ने उन्हें सशक्त बनाया है और सुरक्षित रखा है।
उनके लिए, नीतीश कुमार एक अभिभावक और पितातुल्य हैं, जो मुख्यमंत्री के रूप में एक और कार्यकाल के हकदार हैं। कल्याण बिगहा के मतदाताओं को लगता है कि नीतीश एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें एक दिन सत्ता से विदाई लेनी पड़े, उनकी हार न हो।