Bihar Assembly Elections 2025: चुनाव आयोग ने शुक्रवार (10 अक्टूबर) को कहा कि बिहार में मतदान केंद्रों पर बुर्का पहनकर या पर्दे में आने वाली महिला मतदाताओं की पहचान गरिमापूर्ण तरीके से सत्यापित करने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि पर्दा-नशीं महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए महिला मतदान अधिकारियों या आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में गरिमापूर्ण तरीके से उनकी पहचान सत्यापित करने के उसके निर्देशों के अनुसार मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की जाएगी। आयोग ने कहा कि उनकी गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बुर्का पहनकर आने वाली महिला मतदाताओं की पहचान सत्यापित करने में मदद के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बिहार के सभी मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगी।
कुमार ने घूंघट और बुर्का पहनी महिलाओं के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि मतदान केंद्रों के अंदर पहचान सत्यापित करने के बारे में आयोग के स्पष्ट दिशानिर्देश हैं। उनका सख्ती से पालन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "बुर्काधारी महिलाओं की पहचान सत्यापित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तैनात रहेंगी। आयोग के दिशानिर्देश इस बारे में बिल्कुल स्पष्ट हैं कि मतदान केंद्र के अंदर पहचान कैसे सत्यापित की जाती है और उनका सख्ती से पालन किया जाएगा।"
निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को कहा था कि 90,712 आंगनवाड़ी सेविकाओं को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पिछले शनिवार को आयोग से आग्रह किया था कि बुर्का पहनकर मतदान केंद्रों पर आने वाली महिलाओं के चेहरों का मिलान मतदाता पहचान पत्रों से किया जाए।
जायसवाल ने कहा था, "हमने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि चुनाव एक या दो चरणों में कराए जाएं। चुनावी प्रक्रिया को लंबा खींचने की जरूरत नहीं है। साथ ही बुर्का पहनने वाली महिलाओं सहित सभी मतदाताओं के चेहरों का उनके ईपीआईसी कार्ड से मिलान सुनिश्चित किया जाए, ताकि सिर्फ वास्तविक मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।"
वहीं, RJD के लोकसभा नेता अभय कुशवाहा, प्रवक्ता चितरंजन गगन और मुकुंद सिंह ने आयोग से मुलाकात की। कुशवाहा ने बुर्का विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह राजनीतिक साजिश है। हाल ही में SIR किया गया है और सभी मतदाताओं को नए फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में पहचान कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन भाजपा अपना एजेंडा थोपना चाहती है।"
बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव दो चरणों में छह और 11 नवंबर को होंगे तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी। चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला तय हो गया है।