चुनाव आयोग ने मंगलवार को बताया कि विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से प्रवर्तन एजेंसियों ने बिहार में 71 करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश, ड्रग्स, शराब और कीमती धातुएं जब्त की हैं। 2016 में शराब पर बैन लगने के बाद से बिहार एक शराबबंदी राज्य बना हुआ है। चुनाव आयोग ने कहा कि 21 अक्टूबर (आज) तक अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कई एजेंसियों की समन्वित कार्रवाई के जरिए 71.32 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत का कैश, शराब, ड्रग्स, कीमती धातुएं और दूसरी मुफ्त चीजें जब्त की गई हैं।
इसने 6 अक्टूबर को घोषणा की थी कि राज्य में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे और वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी। चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायतों का 100 मिनट के भीतर निपटारा सुनिश्चित करने के लिए पूरे बिहार में 824 फ्लाइंग स्क्वाड तैनात किए गए हैं।
नागरिक और राजनीतिक दल सी-विजिल मोबाइल एप्लिकेशन या ECINET डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके भी आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकते हैं।
बिहार चुनाव में 121 सीटों पर 1314 प्रत्याशी मैदान में
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नाम वापसी की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, अब राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर कुल 1,314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
रिलीज के मुताबिक, पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होकर 17 अक्टूबर तक चली और इसके बाद 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई और प्रत्याशी 20 अक्टूबर तक अपने नाम वापस ले सकते थे। पहले चरण के लिए मतदान छह नवंबर को होगा।
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में कुल 1,690 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिनमें से 1,375 नामांकन वैध पाए गए और नाम वापसी की अंतिम तिथि तक 61 उम्मीदवारों ने अपने पर्चे वापस ले लिए, जिससे अब कुल 1,314 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।