बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। अब सभी राजनीतिक पार्टियां दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं। खासतौर से महागठबंधन के सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सबसे ज्यादा उम्मीदवार दूसरे चरण में मैदान में हैं। कुल 122 सीटों पर 1302 उम्मीदवार भाग लेंगे, जिनका भाग्य 11 नवंबर को तय होगा।
दूसरे चरण में RJD का दबदबा
महागठबंधन की सहयोगी पार्टी RJD को कुल 243 सीटों में से 143 सीटें मिली हैं। पहले चरण में RJD के 73 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो चुकी है, जबकि दूसरे चरण में उसके 70 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 37, विकासशील इंसान पार्टी के 10 और दूसरे गठबंधन की पार्टियों के 5 उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से भी चुनावी मुकाबला भरपूर है। दूसरे चरण में BJP के 53 उम्मीदवार चुनावी दौड़ में हैं, जबकि पहले चरण में उनके 48 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है।
JDU के 44 उम्मीदवार और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के 15 उम्मीदवार भी दूसरे चरण में जीत का सपना देख रहे हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय लोक मोर्चा (4 उम्मीदवार) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (6 उम्मीदवार) भी NDA के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
NDA की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी जैसे बड़े नेता चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।
दूसरे चरण का चुनाव प्रचार नौ नवंबर की शाम को खत्म हो जाएगा। इसके बाद मतदान 11 नवंबर को करवाया जाएगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। पहले चरण में भारी मतदान देखने को मिला था, जिसके चलते दूसरे चरण में भी अच्छी वोटिंग की उम्मीद जताई जा रही है।
बिहार में चुनाव 2025 का दूसरा चरण निर्णायक होगा। राजनीतिक पार्टियां अपनी जीत के लिए पूरी तैयारी कर रही हैं, खासकर RJD की संख्या दूसरे चरण में सबसे ज्यादा होने के कारण। चुनावी मुकाबले में NDA के BJP, JDU और अन्य सहयोगी दल भी मजबूती से अड़े हैं। इस दंगल में किसका पलड़ा भारी होगा, यह 14 नवंबर के परिणामों के बाद ही साफ होगा।