Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां 'महागठबंधन' ने गुरुवार (23 अक्टूबर) को तेजस्वी यादव को CM और मुकेश सहनी को डिप्टी CM चेहरा घोषित कर चुनावी रण में उतरने का ऐलान किया। वहीं, दूसरी ओर NDA की ओर से LJP (रामविलास) नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है। पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि महागठबंधन अपने ही अहंकार और आंतरिक कलह में उलझ गया है।
उन्होंने कहा, "जिस तरीके से महागठबंधन के घटक दल अपने अहंकार और महत्वाकांक्षाओं की वजह से अपने गठबंधन को ही तिलांजलि दे रहे हैं, ये सबके सामने है। प्रेस वार्ता में सिर्फ एक ही व्यक्ति का चेहरा दिखाई दे रहा था। ये गठबंधन धर्म नहीं है।" चिराग पासवान का इशारा उस पोस्टर की ओर था, जिसमें सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगी थी, जबकि कांग्रेस, VIP या अन्य नेताओं की तस्वीरें गायब थीं।
चिराग ने कहा, "एक क्षेत्रीय दल का नेता अपनी अकेली बड़ी तस्वीर लगाए और राष्ट्रीय दल के नेताओं की तस्वीर गायब कर दे, ये गठबंधन धर्म का अपमान है। कांग्रेस को इस पर जरूर सोचना चाहिए। अगर इतनी बेइज्जती के बाद भी कांग्रेस चुप है, तो शायद उसमें अब विरोध करने की ताकत नहीं बची है।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को न तो सीट बंटवारे में सम्मान मिला, न सीट चयन में, और अब पोस्टर-बैनर से भी उनकी तस्वीरें हटा दी गई। इसके साथ ही तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हमलोग जहां चुनाव प्रचार में लगे हुए है, जिससे गला तक बैठ गया है। वहीं महागठबंधन अभी प्रेस वार्ता ही कर रहा है।
तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने पर चिराग पासवान ने तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा, "महागठबंधन में किसी को मनाया गया होगा, किसी को डराया गया होगा, किसी के हाथ-पैर जोड़े गए होंगे, तभी जाकर तेजस्वी को CM चेहरा घोषित किया गया है। सबको पता चल गया है कि महागठबंधन के अंदर सबकुछ ठीक नहीं है।"
वहीं, चिराग पासवान ने कहा कि NDA एकजुट है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाएगा। "हर दिन मेरा विश्वास और मजबूत होता जा रहा है कि इस बार बिहार में NDA एक ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी और अब तक का सबसे बड़ा जनादेश प्राप्त करेगी।"
चिराग के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में नया सियासी तूफान आ गया है। जहां महागठबंधन तेजस्वी के चेहरे के भरोसे चुनाव मैदान में उतरा है, वहीं NDA इस विवाद को अपने लिए बड़ा मुद्दा बना रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी यादव का यह पोस्टर विवाद कहां तक जाता है।