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VIP प्रमुख मुकेश सहनी नहीं लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव, लेकिन 'महागठबंधन' में डिप्टी सीएम पर फिर ठोका दावा

Bihar Election 2025: मुकेश सहनी ने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को यह घोषणा अपने भाई संतोष सहनी के साथ दरभंगा के गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद की। वह गोरोबोराम विधानसभा से अपने भाई संतोष सहनी का नामांकन करवाने पहुंचे थे

अपडेटेड Oct 17, 2025 पर 5:53 PM
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Bihar Election 2025: मुकेश सहनी गोरोबोराम विधानसभा से अपने भाई संतोष सहनी के नामांकन करवाने पहुंचे थे

Bihar Elections 2025: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश सहनी ने ऐलान किया है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा है कि वह इसके बजाय पूरे राज्य में 'महागठबंधन' सहयोगियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। सहनी ने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को यह घोषणा अपने भाई संतोष सहनी के साथ दरभंगा के गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद की। वह गोरोबोराम विधानसभा से अपने भाई संतोष सहनी का नामांकन करवाने पहुंचे थे।

इस दौरान उन्होने घोषणा करते हुए कहा, "वह इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन 'महागठबंधन' की सरकार कैसे बने इसके जोर-शोर से मेहनत करेंगे।बताया जा रहा है कि पहले मुकेश खुद चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन नामांकन के दौरान अचानक से अपने भाई संतोष को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अभी यह साफ नहीं है कि 'महागठबंधन' में उनके हिस्से में कितनी सीटें मिली है।

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में गठबंधन की जीत के लिए काम करेंगे। सहनी ने कहा कि जमीनी स्तर पर 'महागठबंधन' की स्थिति को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने 'महागठबंधन' के सत्ता में लौटने पर डिप्टी सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी भी दोहराई। VIP प्रमुख 'महागठबंधन' के भीतर चल रहे सीट बंटवारे के विवादों के केंद्र में हैं।

सूत्रों ने बताया कि उन्होंने शुरुआत में लगभग 35 सीटें मांगी थीं। फिर अपनी मांग घटाकर 18 कर दी। इतना ही नहीं एक समय तो उन्होंने विपक्षी गठबंधन से बाहर होने की धमकी भी दी थी। सूत्रों ने बताया कि सीट बंटवारे को लेकर कई दिन की बातचीत के बाद मुकेश सहनी की अगुवाई वाली विकासशील इंसान पार्टी गुरुवार को 'महागठबंधन' से लगभग अलग हो गई थी। लेकिन शीर्ष नेताओं के हस्तक्षेप के बाद उसे रोक लिया गया।


सूत्र ने बताया कि सहनी 'महागठबंधन' में उचित सम्मान न दिए जाने से नाराज थे। उन्होंने लगभग नाता तोड़ लिया था। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन में VIP और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि सहनी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से संपर्क किया।

भट्टाचार्य ने इसके बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से इस मुद्दे पर बात की। सूत्रों ने बताया कि फिर राहुल गांधी ने इस मामले पर RJD के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा की और सहनी से भी बात की। उन्होंने कहा कि इस हस्तक्षेप के बाद वीआईपी प्रमुख ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर 'महागठबंधन' में बने रहने की प्रतिबद्धता जताई।

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पत्र में वीआईपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें निश्चित संख्या में सीट दिए जाने का आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं किया गया। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा कि संख्या मायने नहीं रखती, क्योंकि वे विचारधारा के कारण गठबंधन का हिस्सा हैं। साथ ही कहा कि वह सांप्रदायिक तथा विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। सहनी बिहार में निषाद समुदाय के नेता हैं। यह समुदाय राज्य की आबादी का लगभग 2.5 फीसदी है।

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