Bihar election Results: बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और रुझानों से यह लगभग साफ हो चुका है कि इस बार NDA भारी बहुमत के साथ सत्ता में लौट रही है। रूझानों के अनुसार NDA 200 के करीब सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि 'महागठबंधन' को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है। कई सीटों पर नतीजे भी आने शुरू हो गए हैं। चुनावी माहौल में यह परिणाम विपक्ष को चौंकाने वाले हैं, क्योंकि जहां भीड़ और रैलियों में 'महागठबंधन' को बढ़त दिख रही थी, वहीं नतीजे बिल्कुल उलट हैं।
महागठबंधन' की हार के लिए ये लोग जिम्मेदार
इसी बीच कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने 'महागठबंधन' की हार के लिए सीधे तौर पर RJD के रणनीतिकार संजय यादव और कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू को जिम्मेदार ठहराया है। अखिलेश सिंह ने कहा कि इस हार की असल वजह यही लोग बता सकते हैं, क्योंकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सीट शेयरिंग में देरी और कई जगहों पर 'फ्रेंडली फाइट' ने महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने माना कि महागठबंधन समय पर निर्णय नहीं ले सका और कई सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। इससे न सिर्फ कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा बल्कि जमीनी स्तर पर वोट भी बंट गए। अखिलेश सिंह ने कहा कि अब पार्टी की बैठक होगी, जिसमें समीक्षा कर यह पता लगाया जाएगा कि कांग्रेस आखिर कहां चूक गई।
अखिलेश ने माना कि 'महागठबंधन' की रैलियों में जिस तरह भीड़ उमड़ रही थी, उससे परिणाम बिल्कुल विपरीत आए हैं। यह कई सवाल खड़े करता है और पार्टी को गंभीर आत्ममंथन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में सभी वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी, जिसमें पूरे चुनाव अभियान, रणनीति, सीट शेयरिंग और संगठनात्मक कमजोरियों का आकलन किया जाएगा।
राघोपुर में बेहद रोमांचक मुकाबला
तेजस्वी यादव की परंपरागत सीट राघोपुर में भी इस बार मुकाबला बेहद रोमांचक और कांटे का होता दिख रहा है। एक ओर RJD के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव हैं, तो दूसरी ओर BJP के उम्मीदवार सतीश कुमार कड़ी टक्कर दे रहे हैं। कभी तेजस्वी आगे निकल जाते हैं तो कभी सतीश कुमार बढ़त बना लेते हैं, जिससे स्थिति पूरी तरह उलझी हुई है। वहीं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी अपनी सीट महुआ से फिलहाल पीछे चल रहे हैं, जिससे RJD खेमे में चिंता बढ़ गई है।
कुल मिलाकर, जैसे-जैसे रुझानों में NDA की मजबूत वापसी दिख रही है, वैसे-वैसे 'महागठबंधन' के नेताओं की अंदरूनी नाराजगी भी सामने आने लगी है। अब आधिकारिक नतीजों का इंतजार है, लेकिन राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हो चुकी है।