आखिरकार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये साफ कर ही दिया कि NDA का मुख्यमंत्री चेहरा सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार ही हैं। दरभंगा के अलीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने लालू यादव और सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए इस बात के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा, "लालू प्रसाद अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन ये दोनों पद खाली नहीं हैं।" शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कई युवा उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि RJD और कांग्रेस ऐसा नहीं कर सके, क्योंकि “लालू जी बेटे को और सोनिया जी राहुल बाबा को शीर्ष पद पर बैठाना चाहती हैं।”
इसी के साथ अमित शाह ने उस मुद्दे को भी समेट दिया, जिसके जरिए विपक्षी महागठबंधन लगातार NDA पर हमलावर रहा है। आज ही मुजफ्फरपुर की रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि नीतीश कुमार का रिमोट कंट्रोल BJP के हाथ में है। उन्होंने कहा कि बिहार को दो-तीन लोग मिलकर चला रहा हैं। जबकि इससे पहले तेजस्वी यादव भी ये चुके हैं अगर NDA चुनाव जीतता है, तो नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।
दरअसल विपक्ष अपने इस दावे के पीछे बार-बार शिवराज सिंह चौहान का उदाहरण देता था, क्योंकि 2023 का विधानसभा चुनाव BJP ने शिवराज सिंह चौहान के चेहरे और उनकी योजना के दम पर लड़ा, लेकिन नतीजे आने के बाद चौहान को हटा कर मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया।
उधर दूसरी तरफ महागठबंधन पहले ही तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुका है। हालांकि, पहले कांग्रेस और RJD से बार-बार CM फेस को लेकर सवाल पूछे जाते थे। साथ ही महागठबंधन ने VIP के मुकेश सहनी को उप-मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी बनाया है।