Bihar Election 2025: बिहार में राहुल गांधी को झटका, ‘वोट चोरी’ का दावा भी नहीं चला

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव के नतीजे न सिर्फ कांग्रेस के लिए करारी हार का संकेत हैं, बल्कि राहुल गांधी के लिए भी बड़ा झटका हैं, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में मतदाताओं को यह समझाने के लिए राज्य का दौरा किया था कि भाजपा वोट चुरा रही है। गांधी ने इस साल अगस्त में मतदाता अधिकार यात्रा निकाली थी।

अपडेटेड Nov 14, 2025 पर 6:27 PM
Story continues below Advertisement
Bihar Election 2025: बिहार में राहुल गांधी को झटका, ‘वोट चोरी’ का दावा भी नहीं चला

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव के नतीजे न सिर्फ कांग्रेस के लिए करारी हार का संकेत हैं, बल्कि राहुल गांधी के लिए भी बड़ा झटका हैं, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में मतदाताओं को यह समझाने के लिए राज्य का दौरा किया था कि भाजपा वोट चुरा रही है। गांधी ने इस साल अगस्त में मतदाता अधिकार यात्रा निकाली थी, जो पिछली दो यात्राओं से प्रेरित थी, जिनके बारे में पार्टी का मानना ​​था कि पिछले कुछ चुनावों में इन यात्राओं ने उन्हें वोटों को एकजुट करने में मदद की थी।

यह यात्रा सासाराम से शुरू होकर पटना में समाप्त हुई और 25 जिलों व 110 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए लगभग 1,300 किलोमीटर की दूरी तय की। लेकिन इस मार्ग पर एक भी निर्वाचन क्षेत्र गांधी की पार्टी के पक्ष में झुकता हुआ नहीं दिख रहा है। मौजूदा रुझान बताते हैं कि कांग्रेस अब केवल पांच सीटों- वाल्मीकि नगर, चनपटिया, अररिया, किशनगंज और मनिहारी पर आगे चल रही है, जिनमें से उसने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

गांधी का जादू नहीं चला?


कांग्रेस का मानना ​​था कि गांधी की पिछली यात्राओं ने उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों और 2023 के तेलंगाना चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन करने में मदद की। 2022 और 2024 के बीच गांधी द्वारा निकाली गई दो अखिल भारतीय 'भारत जोड़ो' यात्राओं के मार्गों पर कांग्रेस 41 सीटें जीतने में सफल रही थी। तेलंगाना में, उसने चुनाव जीता और सरकार बनाई। लेकिन बिहार के गंगा के मैदानी इलाकों में गांधी का जादू फीका पड़ता दिख रहा है।

NDA ने ज्यादातर सीटों पर कब्जा कर लिया है, भाजपा और जेडीयू दोनों ने अपनी-अपनी लड़ी हुई ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा अब 91 और जेडीयू 80 सीटों पर आगे है। दोनों ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। यहां तक कि उनके सहयोगियों ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 28 सीटों पर लड़ी थी, जिनमें से 22 पर आगे है। उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम 6 में से 3 सीटों पर आगे है, जबकि जीतन राम मांझी की हम 6 में से 5 सीटों पर आगे है।

'वोट चोरी' के आरोप का कोई असर नहीं?

बिहार के नतीजे बताते हैं कि भाजपा और चुनाव आयोग पर गांधी का "वोट चोरी" का आरोप मतदाताओं को समझाने में नाकाम रहा। कांग्रेस के अनुसार, बिहार यात्रा का उद्देश्य मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के जरिए "बिहार में लाखों मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने की भाजपा की चाल" में सेंध लगाना था।

कांग्रेस ने कहा था कि यह यात्रा एक नैतिक धर्मयुद्ध है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज धोखाधड़ी और चालाकी से न चुराई जाए। वरिष्ठ नेताओं ने इसे "बड़ा बदलाव" बताया था। गांधी ने कहा था, "यह सबसे प्रतीकात्मक लोकतांत्रिक अधिकार 'एक व्यक्ति, एक वोट' - की रक्षा की लड़ाई है।" चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत बताया था। अब तो बिहार के मतदाता भी गांधी के आरोपों से किनारा करते दिख रहे हैं।

क्या गलती हुई?

हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक बिहार में अपनी हार का आकलन नहीं किया है, लेकिन जो कारक उसके पक्ष में दिखाई दे रहे हैं उनमें महागठबंधन के घटकों के बीच एकता का अभाव शामिल है। इनमें से एक कारण राजद के तेजस्वी यादव को गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार करने में कांग्रेस की हिचकिचाहट भी थी।

इसके अलावा, एक संयुक्त रणनीति का अभाव भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जो मतदाताओं तक महागठबंधन का संदेश पहुंचाने में विफल रही।

हालांकि, गांधी की यात्रा ने जमीनी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया, लेकिन चुनाव प्रचार समाप्त होते-होते वह पूरी तरह से खत्म हो गया। उत्साह फीका पड़ गया, उत्साह कम हो गया और पार्टी की लोकप्रियता पर गहरा असर पड़ा। सहयोगियों के बीच दोस्ताना झगड़े और गुटबाजी ने भी भ्रम की स्थिति पैदा की और अंततः कांग्रेस और राजद दोनों को नुकसान पहुंचाया।

यह भी पढ़ें: Bihar Election Result 2025: मोकामा में वीणा देवी को पीछे छोड़ अनंत सिंह की जीत, आवास में भव्य जश्न और भोज का वीडियो वायरल

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।