बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पटना जिले की दानापुर सीट से बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम कृपाल यादव ने शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने 1,19,877 वोट हासिल कर RJD के बाहुबली प्रत्याशी रीतलाल यादव को 29,133 वोटों के बड़े अंतर से हराया। यह जीत न सिर्फ सीट पर बीजेपी की पकड़ को मजबूत करती है, बल्कि पूरे इलाके में पार्टी के पक्ष में एक निर्णायक संदेश देती है।
मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही राम कृपाल यादव की बढ़त साफ नजर आ रही थी। जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ी, उनकी स्थिति और मजबूत होती गई। वहीं दूसरी ओर, रीतलाल यादव को इस बार अपेक्षित समर्थन नहीं मिल सका। उन्हें कुल 90,744 वोट मिले, जो पिछले चुनावों की तुलना में काफी कम हैं। यह गिरावट महागठबंधन के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध का संकेत देती है।
राम कृपाल यादव की जीत के पीछे उनका जमीनी जनसंपर्क अभियान अहम रहा। उन्होंने गांव-गांव जाकर लोगों से मुलाकात की, स्थानीय मुद्दों जैसे सड़क, बिजली, पानी और रोजगार पर खुलकर बात की और जनता के बीच भरोसा कायम किया। साथ ही बीजेपी का मजबूत संगठन, बूथ स्तर तक सक्रिय कार्यकर्ता और NDA सरकार का प्रदर्शन भी उनके पक्ष में गया।
RJD के लिए यह हार कई सवाल खड़े करती है। पार्टी अपने पारंपरिक वोट बैंक को पूरी तरह संगठित नहीं कर पाई। स्थानीय स्तर पर संगठन की कमजोरी और उम्मीदवार के प्रति उत्साह की कमी उनकी हार के प्रमुख कारणों में गिनी जा रही है।
इस बीच, NDA के अन्य घटक दलों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) ने 29 में से 20 सीटों पर बढ़त बनाई है, जबकि जीतन राम मांझी की HAM पार्टी 5 सीटों पर आगे चल रही है। इन आंकड़ों को जोड़कर देखें तो NDA लगभग 200 सीटों के करीब पहुंचता दिख रहा है, जिससे राज्य में एक बार फिर उनकी सत्ता की वापसी तय मानी जा रही है।
दानापुर की यह जीत बीजेपी के लिए न सिर्फ एक सीट की कामयाबी है, बल्कि पूरे पटना जिले में पार्टी की पकड़ को और मजबूत करने वाला संकेत है। राम कृपाल यादव की यह जीत उनके जनाधार और संगठनात्मक ताकत का प्रमाण है।