जीत के बाद कहां हैं नीतीश कुमार? न कोई भाषण, न मीडिया के आए सामने, CM पद पर सस्पेंस गहराया
Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे राज्य में जश्न है, लेकिन इसी बीच एक सवाल सबसे ज्यादा गूंज रहा है कि नीतीश कुमार कहां हैं? नतीजों के बाद से न तो वे कैमरों के सामने आए, न ही पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बस एक सोशल मीडिया पोस्ट के अलावा उनकी ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया
Bihar Elections: कभी एक-दूसरे के कट्टर विरोधी रहे नीतीश और चिराग अब नए समीकरणों में साथ-साथ दिख रहे हैं
Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे राज्य में जश्न है, लेकिन इसी बीच एक सवाल सबसे ज्यादा गूंज रहा है कि नीतीश कुमार कहां हैं? नतीजों के बाद से न तो वे कैमरों के सामने आए, न ही पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बस एक सोशल मीडिया पोस्ट के अलावा उनकी ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया। इस खामोशी ने बिहार की राजनीति में भारी सस्पेंस पैदा कर दिया है।
चिराग पासवान से नीतीश की बंद कमरे में मुलाकात
एलजेपी (आरवी) के नेता चिराग पासवान शनिवार सुबह 1, अणे मार्ग पहुंचे, जहां उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की। बाहर किसी को जानकारी नहीं दी गई, लेकिन भीतर हुई इस बैठक ने सत्ता समीकरणों के नए कयासों को हवा दे दी है।
चिराग पासवान की पार्टी ने इस चुनाव में 19 सीटें जीतकर बड़ी सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि यह महज “शुभकामना भेंट” थी, लेकिन नई सरकार में हिस्सेदारी पर जारी चर्चाओं के बीच इसे साधारण मुलाकात मानना मुश्किल है। सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान अपनी पार्टी के लिए डिप्टी सीएम पद की मांग कर सकते हैं।
एनडीए की बड़ी जीत और सीएम कुर्सी पर सवाल
243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए 202 सीटों के साथ सत्ता में लौट रहा है। बीजेपी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी है, जबकि जेडीयू 85 सीटों पर जीतकर उसके ठीक पीछे है। बीजेपी की इस मजबूत स्थिति ने यह बहस फिर खड़ी कर दी है कि क्या पार्टी इस बार अपना मुख्यमंत्री बनाएगी?
चुनाव प्रचार के दौरान एनडीएन ने नीतीश कुमार के चेहरा को आगे रखा था, लेकिन बीजेपी और जेडीयू के बराबर सीटों पर लड़ने की रणनीति ने पहले ही कई संकेत दे दिए थे कि शीर्ष पद पर कोई भी फैसला संभव है।
जेडीयू की गलती से वायरल हुई और हटाई गई पोस्ट
चुनावी नतीजों के बाद जेडीयू के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट सामने आई, जिसमें लिखा गया था, “नीतीश कुमार थे, हैं और रहेंगे बिहार के मुख्यमंत्री।” लेकिन यह पोस्ट कुछ ही मिनटों में डिलीट कर दी गई। इसके डिलीट होते ही यह चर्चाएं तेज हो गईं कि पार्टी के भीतर भी नेतृत्व को लेकर मतभेद हैं या फिर बीजेपी के दबाव में यह पोस्ट हटाई गई।
नीतीश की चुप्पी बढ़ा रही है रहस्य
74 वर्ष के नीतीश कुमार ने अब तक न तो प्रेस से बात की है और न ही सार्वजनिक कार्यक्रमों में दिखे हैं। उनका स्वास्थ्य और राजनीतिक ऊर्जा इस चुनाव में पहले ही चर्चा का केंद्र रहा था। यह भी ध्यान देने लायक है कि एनडीए ने उन्हें कभी आधिकारिक तौर पर ‘सीएम फेस’ घोषित नहीं किया था।
नतीजों के दो दिन बाद भी उनकी सार्वजनिक अनुपस्थिति असामान्य मानी जा रही है क्योंकि नीतीश कुमार हर बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में तुरंत सक्रिय होते रहे हैं।
चिराग-नीतीश बैठक क्या संकेत दे रही है?
बिहार की राजनीति में कभी एक-दूसरे के कट्टर विरोधी रहे नीतीश और चिराग अब नए समीकरणों में साथ-साथ दिख रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान दोनों एक-दूसरे की सीटों पर समर्थन में भी दिखे थे। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि चिराग अब बदलते सत्ता समीकरण में अपनी पार्टी की हिस्सेदारी सुरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या नीतीश कुमार 10वीं बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे? जरूरी बैठकों, आंतरिक चर्चा और गठबंधन की डील के बीच अभी भी यह तय नहीं माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। क्या नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वां कार्यकाल संभालेंगे? या बीजेपी अपने बढ़े हुए आंकड़ों के दम पर पहली बार अपना मुख्यमंत्री बनाएगी? फिलहाल पटना में सत्ता के गलियारों में सिर्फ एक ही सवाल गूंज रहा है, “नीतीश कुमार आखिर हैं कहां, और बिहार की गद्दी पर कौन बैठेगा?”
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