BABARPUR Chunav Result Live: दिल्ली के विधानसभा चुनावों का रिजल्ट आने लगा है। राजधानी दिल्ली की 70 सीटों में से एक बाबरपुर सीट पर AAP जीत गई है। बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय जीत गए हैं। उन्हें 74,405 वोट मिले हैं। भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट हार गए हैं। इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से मोहम्मद इशराक खान चुनावी मैदान में थे। बाबरपुर सीट पर काउंटिंग पूरी हो चुकी है।
बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को 74,405 वोट मिले हैं। गोपाल राय बाबरपुर सीट पर 22439 वोटों से जीते हैं। भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 51966 वोट मिले हैं। कांग्रेस के मोहम्मद इशराक को 8685 वोट मिले हैं। यहां काउंटिग पूरी हो चुकी है।
बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को 69628 वोट मिले हैं। गोपाल राय बाबरपुर सीट पर 27148 वोटों पर आगे चल रहे हैं। भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 42480 वोट मिले हैं। कांग्रेस के मोहम्मद इशराक को 8259 वोट मिले हैं। यहां 16 राउंड की वोटिंग हो चुकी है। यहां कुल 19 राउंड की वोटिंग होनी है।
बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को 49687 वोट मिले हैं। गोपाल राय बाबरपुर सीट पर आगे चल रहे हैं। भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 27163 वोट मिले हैं। कांग्रेस के मोहम्मद इशराक को 5727 वोट मिले हैं। यहां 11 राउंड की वोटिंग हो चुकी है।
बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को 49687 वोट मिले हैं। गोपाल राय बाबरपुर सीट पर आगे चल रहे हैं। भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 27163 वोट मिले हैं। कांग्रेस के मोहम्मद इशराक को 5727 वोट मिले हैं। यहां 11 राउंड की वोटिंग हो चुकी है।
बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय को 38421 वोट, भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 17671 और कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे मोहम्मद इशराक को 3977 वोट मिले हैं। यहां आप पार्टी के गोपाल राय ने बढ़त बनाई हुई है।
Delhi Assembly Election: 70 सीटें है विधानसभा में
दिल्ली विधानसभा में 70 सीटें हैं, जिस पर 5 फरवरी कोर 699 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में लॉक हुई थी। राज्य की मान्यता मिलने के बाद पहली बार यहां 1993 में चुनाव हुए थे और उस समय बीजेपी ने सरकार बनाई थी। बीजेपी की पांच साल की सरकार में तीन मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री थे। इसके बाद कांग्रेस की शीला दीक्षित का दौर आया। उन्होंने साल 1998 से लगातार तीन बार दिल्ली में जीत दर्ज की। शीला दीक्षित साल 2013 तक मुख्यमंत्री रहीं। उसके बाद आम आदमी पार्टी की आंधी आई और 2013 से उनकी आम आदमी पार्टी जीत रही है।