बिहार कांग्रेस ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक विवादित AI-जनरेटेड वीडियो की आंतरिक जांच शुरू की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी को दिखाया गया था। यह कदम बीजेपी के कड़े विरोध के बीच आया है। पार्टी ने इसे "घिनौना" करार देते हुए कहा कि यह देश की सभी माताओं और बहनों का अपमान है। कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि पार्टी पहले यह पता लगाएगी कि यह वीडियो किसने शेयर किया, उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
वीडियो बिना किसी नाम लिए शेयर किया गया था, जिसके साथ एक हिंदी कैप्शन था - “‘मां’ आईं साहब के सपने में। देखिए मजेदार बातचीत।”
वीडियो में पीएम मोदी से मिलते-जुलते एक किरदार को सोने की तैयारी करते हुए दिखाया गया है। वह कहता है- “आज की ‘वोट चोरी’ का काम खत्म हुआ, अब आराम से सो लेते हैं।”
नींद में जाते ही उनकी मां जैसी दिखने वाली एक महिला सपने में आती है और उसे डांटती है कि वह राजनीति में उनका नाम क्यों इस्तेमाल करता है। वह फिर पूछती हैं- “राजनीति में गिरने की हद कहां तक है?” यह सुनकर वह किरदार घबरा कर उठ जाता है।
बीजेपी ने वीडियो की कड़ी निंदा की।
बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से लिखा गया, “पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दिवंगत मां का कांग्रेस-RJD मंच से अपमान किया गया। अब उनकी मां पर वीडियो बनाकर उन्हें नीचा दिखाया जा रहा है। कांग्रेसियों, थोड़ी तो शर्म करो, आखिर तुम कितना और गिरोगे?”
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि यह वीडियो “गिरा हुआ मानसिक स्तर” दिखाता है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री की मां को छोड़िए, एक गरीब गांव के आदमी का प्रधानमंत्री बनना शायद पश्चिमी संस्कृति को अच्छा न लगे, लेकिन उन्हें हमेशा अपमानित किया गया। कभी मौत का सौदागर कहा गया और अब इस तरह की गिरी हुई गालियां दी जा रही हैं।”
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि यह वीडियो राहुल गांधी के कहने पर बनाया गया है और इसमें महिलाओं का अपमान किया गया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में जनता कांग्रेस को इसका “मुंहतोड़ जवाब” देगी।
इधर, बिहार कांग्रेस इकाई ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस वीडियो कैंपेन का समर्थन करते हुए पीएम मोदी और उनकी मां पर निशाना साधा।