Delhi Election 2025: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने मंगलवार (28 जनवरी) को दिल्ली के धर्मनिरपेक्ष मतदाताओं से राष्ट्रीय राजधानी में पांच फरवरी को होने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को वोट देने की अपील की। बदरुद्दीन अजमल ने एक वीडियो जारी कर आगामी विधानसभा चुनावों में धर्मनिरपेक्ष मतदाताओं खासकर दिल्ली के मुस्लिम मतदाताओं से AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल को वोट देने की अपील की है।
अजमल ने कहा कि देश की हालत बहुत खराब है। इस तरह की स्थिति में धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए। अजमल ने दावा किया है कि देश के हालात बहुत खराब हो गए हैं। उन्होंने इसी की दुहाई देकर दिल्ली के 'सेक्युलर वोटरों' से एकतरफा AAP को वोट करने की अपील की। अजमल के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
AIUDF प्रमुख ने कहा, "मुल्क के हालात बहुत खराब होते जा रहे हैं, इसलिए दिल्ली के तमाम सेक्युलर वोटरों से अपील करता हूं कि मेहरबानी करके वो अपना वोट बंटने नहीं दें। सेक्युलर वोटर्स आम आदमी पार्टी (AAP) और केजरीवाल जी के पीछे जमकर खड़े हों और एक-एक वोट पार्टी को देकर उसे फिर से हुकूमत में आने का मौका दें। इंशा अल्लाह, उनके गुजरे दिनों के कामों को लोगों ने बहुत सराहे हैं। दो मर्तबा जिता चुके हैं, इस मर्तबा भी उन्हें जिताइए ताकि चीफ मिनिस्टर बनके आपकी खिदमत कर सकें। ये मेरी गुजारिश है...।"
अजमल असम के एक प्रमुख मुस्लिम नेता हैं, जो राज्य में रह रहे बांग्लादेश से अवैध प्रवासियों का समर्थन करने के लिए अक्सर विवादों में रहे हैं। अजमल के बयान पर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि वह धर्म के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अब दूध का दूध, पानी का पानी हो गया है। पर्दे के पीछे का खेल सामने आ गया है। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज एआईयूडीएफ के नेता मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कहा है कि दिल्ली की जनता को धर्मनिरपेक्ष आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहिए जिसके साथ अखिलेश यादव खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मैं देश और दिल्ली की जनता को बताना चाहता हूं कि मौलाना बदरुद्दीन अजमल की पार्टी AIUDF को बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करने वाली पार्टी माना जाता है।
उन्होंने कहा कि बदरुद्दीन अजमल का सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का आह्वान दिखाता है कि अब सच्चाई सामने आ गई है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पांच फरवरी को होना है। जबकि मतों की मतगणना तीन दिन बाद आठ फरवरी को होगी।