Results 2025: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) 27 साल बाद सत्ता पर आसीन होने की ओर अग्रसर है। आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद दिल्ली सचिवालय को सील कर दिया गया है। दिल्ली के मुख्य सचिव ने सेफ्टी ऑफ रिकॉर्ड का हवाला देते हुए सरकारी फाइलों को सुरक्षित रखने के लिए आदेश जारी किया है। मुख्य सचिव ने एक आदेश में कहा है कि किसी भी फाइल से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि सुरक्षा चिंताओं और रिकॉर्ड की सुरक्षा को संबोधित करने के लिए यह अनुरोध किया जाता है कि GAD की अनुमति के बिना कोई भी फाइल, दस्तावेज, कंप्यूटर हार्डवेयर आदि दिल्ली सचिवालय परिसर के बाहर नहीं ले जाया जा सकता है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (8 फरवरी) को जारी मतगणना के आए रुझानों से अब लगभग स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद राजधानी की सत्ता में वापसी करने जा रही है। रुझानों के मुताबिक आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज सहित सत्तारूढ़ दल के कई अन्य प्रमुख नेता चुनाव हार गए हैं।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक दोपहर दो बजे तक आए रुझानों में बीजेपी दिल्ली की 70 में से 48 सीट पर निर्णायक बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है। जबकि आप 22 सीट पर सिमटने के कगार पर है। दिल्ली में पांच फरवरी को हुए चुनाव में 1.55 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 60.54 प्रतिशत ने मतदान किया था।
बीजेपी ने 1993 में दिल्ली में सरकार बनाई थी। उस चुनाव में उसे 49 सीट पर जीत मिली थी। अन्ना आंदोलन से नेता के रूप में उभरे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 2015 में 67 सीट जीतकर सरकार बनाई और 2020 में 62 सीट जीतकर सत्ता में धमाकेदार वापसी की थी।
इसके पहले 2013 के अपने पहले चुनाव में आप ने 31 सीट जीती थीं लेकिन वह सत्ता से दूर रह गई थी। बाद में कांग्रेस के समर्थन से केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे। इस बार सत्ता की अग्रसर बीजेपी 2015 के चुनाव में सिर्फ तीन सीट पर सिमट गई थी। जबकि 2020 के चुनाव में उसके सीट की संख्या बढ़कर आठ हो गई थी।
वैकल्पिक और ईमानदार राजनीति के साथ भ्रष्टाचार पर प्रहार के दावे के साथ राजनीति में कदम रखने वाले केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी को इस चुनाव से पहले कई आरोपों का भी सामना करना पड़ा और उसके कई नेताओं को जेल भी जाना पड़ा। बीजेपी ने शराब घोटाले से लेकर 'शीशमहल' बनाने जैसे आरोप लगाकर केजरीवाल और AAP के कथित भ्रष्टाचार को इस चुनाव में मुख्य मुद्दा बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन विषयों पर लगातार हमले किए।
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली में भगवा पार्टी को मिली जीत कई मायनो में अहम है। AAP संयोजक दिल्ली को विकास का 'केजरीवाल मॉडल' बताकर चुनाव मैदान में थे। जबकि बीजेपी ने इसके विरुद्ध विकास का 'मोदी मॉडल' पेश किया था। इसके तहत BJP ने जहां अपने संकल्प पत्र में मुफ्त बिजली, पानी सहित आप सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने के साथ ही महिलाओं को 2500 रुपये का मासिक भत्ता और 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सहित कई अन्य वादे किए थे।